महिलायें अपराध सहन करने के बजाए सशक्त बनें, आवाज उठाएं और अपराधियों को सजा दिलाएं।
रामपुर । महिला एवं बालिकाओं के प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम और उनके उन्मूलन के लिए जनपद में वन स्टॉप सेंटर संचालित है।
वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से महिलाओं को उनकी सामाजिक सुरक्षा के लिए कानूनी जानकारियाँ उपलब्ध कराई जा रही है साथ ही काउंसलिंग के माध्यम से भी विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न से बचाव और सुरक्षा दी जा रही है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराधों के उन्मूलन के लिए आयोजित अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर वन स्टॉप सेंटर की पूरी टीम ने खुर्शीद कन्या इंटर कॉलेज परिसर में जागरूकता एवं काउंसलिंग कैंप का आयोजन करके बालिकाओं को किसी प्रकार की छेड़छाड़ एवं अनैतिक गतिविधियों से सुरक्षा के लिए कानूनी उपबंधों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री लवकुश भार्गव ने बताया कि भारत सरकार के अंतर्गत संचालित वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक बनाया जा रहा है। वन स्टॉप सेंटर की सेंटर मैनेजर श्रीमती चांद बी ने बालिकाओं से कहा कि खुर्शीद कन्या इंटर कॉलेज में आयोजित कैंप के दौरान बालिकाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा से सुरक्षा के साथ-साथ अपने अधिकारों के लिए सामने आना चाहिए। अधिकारों के प्रति सही जानकारी ही महिलाओं एवं बालिकाओं को पारिवारिक और सामाजिक उत्पीड़न से सुरक्षा प्रदान कर सकती है, इसलिए बालिकाएं स्वयं जागरूक बने तथा अपने आसपास की अन्य बालिकाओं एवं महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक बनाएं।
उन्होंने कहा कि जानकारी और जागरूकता को बढ़ावा देना एक सामाजिक दायित्व है क्योंकि जब शोषण एवं उत्पीड़न के विरुद्ध सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों के बारे में प्रत्येक नागरिक को जानकारी होगी तभी समाज में घटित हो रही शोषण और उत्पीड़न की घटनाओं पर रोकथाम होगी।
मनोवैज्ञानिक सामाजिक परामर्शदाता वन स्टॉप सेंटर श्रीमती चारू चौधरी ने बताया कि महिला एवं बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध तब और अधिक बढ़ जाते हैं जब ऐसे अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही नहीं होती है तथा उन्हें उनके अपराधों की सही सजा नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि बालिकाएं चुप रह कर शोषण सहन करने के बजाए मुखर होकर ऐसे अपराधिक प्रवृति के लोगों को सख्त सजा दिलाएं।
टीम ने वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से आयोजित होने वाली गतिविधियों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार आयोजित इस विशेष दिवस के महत्व के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया।