https://www.nationalpolicenews.com/archives/3598
चौथी फेल, हिस्ट्रीसीटर व क्रिमनल पत्रकार बन गए हैं, अपराधी भी 'प्रेस' लिख रहे हैं, कैसे बचेगी पत्रकारिता?