*हरे भरे पेड़ कटान की ढाल बनते परमिट, फिर चला पेड़ों पर आरा
*क्षेत्र में दिनदहाड़े उजड़ रहे हैं जीवनोपयोगी बागान
माधौगंज, हरदोई। कुरसठ चौकी के अन्तर्गत कुरसठ खुर्द देहात के मजरा कजरी तकिया में मंगलवार सुबह तीन हरे-भरे शीशम के पेड़ उजाड़कर लकड़ी मौके से गायब कर दी गई। ग्रामीणों की माने तो लगातार पेड़ों का कटान किया जा रहा है जिससे हरियाली नष्ट होती चली जा रही है और विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात की खबर तक नही है। बीट दरोगा शिवमिलन ने बताया कि बिना परमिट शीशम के हरे पेड़ों का कटान हुआ है तो जांच के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगा।
*इससे पहले भी उजड़ चुके बाग से दर्जनों हरे-भरे पेड़।
एक से सात जुलाई तक पौधरोपण महोत्सव के दौरान कुरसठ बुजुर्ग देहात गांव में करीब 20 पेड़ फलदार कैथा, नीम, आम, महुआ के काटे जा चुके हैं। ग्रामीणों की दखल के बाद विभाग के अफसरों ने अवैध कटान होने पर कार्रवाई के आश्वासन दिए थे। जिसके बाद परमिट व देशी के बजाय कलमी पेड़ होने का हवाला देकर मौके से लकड़ी तक गायब कर दी गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगातार कटान किया जा रहा है पर विभागीय सांठगांठ के चलते जीवनरक्षक हरे पेड़ गायब होते जा रहे हैं। अधिकारियों को शिकायत करो पर कोई कार्रवाई नही की जाती है। क्षेत्र के सुबोध कुमार, राजेश कुमार, चंदीपाल, आदेश कुमार, हामिद अंसारी आदि ने बताया कि एसडीएम बिलग्राम की दखल के बाद काटे गए पेड़ों की जांच हुई। वन विभाग की ओर से पहले 14 पेड़ों का परमिट होने की जानकारी दी गई। उसके बाद छह अन्य का परमिट होना बताया गया। कई दिनों तक कार्रवाई के डर से लकड़ी मौके पर पड़ी रही फिर उठाकर कहीं भेज दी गई। हरे भरे पेड़ों के प्रति विभाग का रवैया ठीक नही है।