- कानपुर में इलाज में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत
परिजनों का आरोप- गलत इंजेक्शन लगाया, हास्पिटल संचालक मामले को रफा-दफा करने में लगे
कानपुर में बिल्हौर के शिवराजपुर कस्बा स्थित जेएस हॉस्पिटल में इलाजकराने गई गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे पांच माह के बच्चे कीमौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोपलगाकर अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा काटा और पुलिस से मामले कीशिकायत की।
शिवराजपुर थाना क्षेत्र के कंठी निवादा गांव निवासी बाबूराम जी अपनीबेटी शांति का विवाह कन्नौज जनपद दिया देवहा गांव निवासी गुड्डू से हुईथी। उसका 10 साल का एक बेटा भी है। उसका दामाद गुड्ड्र बाहर रहकरकिसी फैक्टरी में काम करता है। उनके अनुसार उनकी बेटी गर्भवती होने केचलते इन दोनों मायके में ही थी।
बुधवार को तबीयत खराब होने के कारण उसे कस्बे के जेएस अस्पताल मेंभर्ती कराया गया था। जहां गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी और उसकेपेट में पल रहे पांच माह की बच्चों की मौत हो गई। आक्रोशित परिजनोंने अस्पताल में कोई स्पेशलिस्ट डॉक्टर न होने और अप्रशिक्षित नर्स केउपचार करने और उनके द्वारा लगाए गए इंजेक्शन से जच्चा-बच्चा की मौतहोने का आरोप लगाकर हंगामा काटा। पुलिस से मामले की शिकायत की।थाना प्रभारी सुबोध कुमार के अनुसार शिकायत मिली है, मामले की जांचकार्यवाही की जा रही है।
बिना मानक और रजिस्ट्रेशन संचालित हो रहे कई हॉस्पिटल
बिल्हौर से लेकर चौबेपुर तक कई हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन और मानकोंके संचालित हो रहे हैं। जो गलत इलाज से लोगों की जिंदगियों के साथबेखौफ खेल रहे हैं। बिल्हंौर में ककवन रोड पर चार और सुभानपुर में जीटीरोड किनारे तीन, शिवराजपुर में जीटी रोड व गंगा रोड, चौबेपुर में मालवरोड और ककवन व शिवराजपुर में भी मानकों के विपरीत अवैध हास्पिटलसंचालित हो रहे हैं।
बीते दिनों बिल्हौर के एक अस्पताल में गलत उपचार से महिला की मौतके मामले में भी हंगामा हुआ था। लेकिन आर्थिक हितों के चलते सब कुछजानते हुए भी जिम्मेदार मौन हैं।