एक करोड़ पचास लाख की नकली व प्रतिबंधित दवाओं का पकड़ा जखीरा, FIR दर्ज
– खाद्य सुरक्षा एवम औषधि प्रशासन की टीम ने 17 घंटे चली कार्यवाही
– टीम में तेजतर्रार एक्सपर्ट ड्रग इस्पेक्टर श्रीमती उर्मिला वर्मा व राजेश कुमार शामिल थे
रामपुर। टीम ने फैक्ट्री स्वामी और उसके बेटे को मौके से ही हिरासत में ले लिया। फैक्ट्री स्वामी के निशानदेही पर फैक्ट्री के बाद गोदाम पर भी छापा मार और वहां कंपनियों के रेपर ,डिब्बे और नशीली दवाएं इंजेक्शन और प्रतिबंधित दवाओं जखीरा मिला। जिसकी सहायक औषधि आयुक्त दीपक शर्मा के अनुसार बाजार में एक करोड़ पचास लाख की कीमत बताई जा रही है। फर्म स्वामी के खिलाफ बिना लाइसेंस और प्रतिबंधित व कॉपीराइट एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।
गुरुवार को मुरादाबाद मार्ग स्थित गांव शहजादी सराय में संचालित मैकसन फार्मा नाम आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली फैक्ट्री में नकली दवा बनाने की मुखबिर की सूचना मिलते ही औषधि मुख्यालय मुरादाबाद ने एक स्पेशल टीम का गठन कर जिसमें खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग मुरादाबाद मुख्यालय से सहायक औषधि आयुक्त मुरादाबाद मंडल दीपक शर्मा के नेतृत्व में छह जनपद के गौतमबुद्ध नगर के औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर, गाजियाबाद के आशुतोष मिश्रा, अमरोहा के राजेश कुमार, बिजनौर के उमेश भारती, मुरादाबाद की श्रीमति उर्मिला वर्मा पहुंचे
जहां फैक्ट्री स्वामी थाना हयातनगर के सराय तरीन निवासी तेज प्रकाश और उसका बेटा शुभम् मिले। टीम ने फैक्ट्री में जांच पड़ताल शुरू कर दी। जहां एलोपैथिक दवा बनाने की तीस लाख की मशीन मिली जहां उसके द्वारा बिना लाइसेंस के बनायी जा रही भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं और नशीली दवा व इंजेक्शन व प्रतिबंधित दवाएं भी मिली। सहायक औषधि आयुक्त दीपक शर्मा ने बताया फैक्ट्री स्वामी के नाम केवल आयुर्वेद की दवा बनाने लाइसेंस है।
काफी लम्बे समय से नकली दवाइयों का कारोबार चल रहा था। शासन को इसकी काफी शिकायत मिल रही थी। फैक्ट्री स्वामी तेज प्रकाश ने पूछने पर बताया कि वो दवा बनाकर राम बिहार कालोनी में स्थित अपने गोदाम पर रखता है। टीम ने गोदाम पर छापेमारी की तो गोदाम एक करोड़ की दवाओं का जखीरा मिला और 64 ब्रांड डेट कंपनियों के रेपर डिब्बे और भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं मिली है। औषधि विभाग की टीम मिली दवाओं का स्टॉक दर्ज कर ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 रूल्स 1945 व आईपीसी के अंतर्गत विधिक कार्यवाही करते हुए अभियुक्तों को पुलिस को सौंप दिया