ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों द्वारा अपने लिये एक वर्ष में 30 से अधिक कम्पनियों के कोड खुलवाए
प्रदेश पदाधिकारी द्वारा अपने पुत्र के लिये सी एंड एफ लेने की कोशिश
प्रदेश दवा व्यवसायियों को लावारिस छोड़ा
लखनऊ। ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट उत्तर प्रदेश सम्बद्ध (एआईओसीडी) से एफिलेटेड संस्था है, फार्मा ट्रैडर्स एसोसिएशन जनपद रामपुर सम्बद्ध इकाई OCDUP के जिला अध्यक्ष श्री
ओ. पी. आहूजा ने प्रदेश के सभी दवा संगठनो से अपील की है कि आज दवा व्यापारी की बहुत ही स्थिति भयावह है, क्योंकि दवा व्यापार पर बड़े औद्योगिक घरानों की नजर इस व्यापार पर पढ़ चुकी है, जैसे रिलायंस, टाटा अपने बड़े-बड़े हब के लिए जनपदों में सर्वे करा रहे हैं l इससे पहले भी हमारे दवा व्यापारी ऑनलाइन दवा व्यापार से परेशान हैं, जिस कारण थोक व खुदरा दवा व्यापारी एवं उन पर कार्यरत कर्मचारी लाखों की संख्या में उनके परिवारों के आगे रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न होने संभावना है। डिस्ट्रीब्यूटर, CFA, थोक, रिटेल दवा व्यापारी किसी भी स्थिति में इन बड़े कारोबारियों टाटा, रिलायंस एवं अन्य पूंजीपतियों की प्रतिस्पर्धा में नहीं खड़े हो सकते, अगर यह सब चलता रहा तो आने वाले समय में हमारा दवा व्यापार बंद होने के कगार पर होगा। हमारी बात इसलिए भी कोई नहीं सुनता कि प्रदेश में तीन से चार संगठन वर्तमान में काम कर रहे है और कुछ लोग उत्तर प्रदेश में संगठन अपने स्वार्थ में बनाकर अपने निजी कार्य कराने के लिए ए०आई०ओ०सी०डी० के उच्च पदाधिकारियों से मिलकर और कंपनियों को फोन कर एवं मिलकर अपने निजी काम कराने के लिए 1 वर्ष में 25 से 30 कंपनी का कोड खुलवा लेते हैं, और दूसरे किसी जनपद के दवा व्यापारी के लिए कोई कार्य नहीं किया जाता है और जनपदों को कमजोर करने और अपने निजी स्वार्थ और अपनी जेब गर्म करने के लिए कार्य किया जा रहा है, इसलिए मैं एआईओसीडी के अध्यक्ष महामंत्री संगठन मंत्री कोषाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के जनपदों से अनुरोध करता हूं कि इस ऑनलाइन (रिलायंस/ टाटा) व्यापार को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश में तीन से चार जो संगठन कार्य कर रहे हैं उनको एक मंच पर लाकर उत्तर प्रदेश में मजबूती प्रदान करने पर विचार करें, क्योंकि उत्तर प्रदेश का दवा व्यापार पूरे भारतवर्ष में लगभग 25% का योगदान रखता है l जब तक उत्तर प्रदेश का दवा व्यापारी एकजुट नहीं होगा तब तक बड़े पूंजीपतियों एवं ऑनलाइन का दवा व्यापार बंद नहीं हो सकता, ए०आई०ओ०सी०डी० सदा दवा व्यापार हित में कार्य करती आई है, भारतवर्ष में सबसे बड़ी एकमात्र संस्था है और आगे भी मुझे आशा है एवं पूर्ण विश्वास है कि आप दवा व्यापारियों की इस समस्या का समाधान प्रदेश के सभी संगठनों को एक कश्ती में बैठाकर एक साथ विचार-विमर्श करके व्यापारियों के हित में एक मील का पत्थर लगाने का कार्य करेंगे, जिससे कि हमारा दवा व्यापार सदा सुरक्षित सहज महसूस करता रहेगा।