-पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हो ocdup का प्रदेश अध्यक्ष अथवा प्रदेश महामंत्री- रजनीश कौशल
-दवा व्यापार में आ रही समस्याओं व कम्पनियों की मनमानी को लेकर खैर नगर में जिलों के पदाधिकारियों की बैठक हुईं
मेरठ । इस समय दवा व्यवसाय संकट के दौर से गुजर रहा है एक तरफ तो सरकार जन औषधि केंद्र के माध्यम से सस्ती दवाई जनता को उपलब्ध करवा रही है वहीं दूसरी ओर बड़ी कंपनियां अपनी लागत/एमआरपी में लगातार वृद्धि करती चली जा रही हैं जिसके कारण पिछले 2 साल में करीब 20 परसेंट से लेकर 50 परसेंट तक रेट बढ़ चुके हैं जिस कारण दवा व्यवसाई को जिसका मार्जन 5% से 10% तक होलसेल में व रिटेल में 15 से 20 पर्सेंट तक का रहता है वह काफी दिक्कत महसूस कर रहा है उसकी लागत बढ़ती चली जा रही है खर्चे भी लगातार बढ़ रहे हैं सरकार ने कोरोना काल में ईसीजीएलएस की स्कीम दी थी जिसके तहत उनकी लिमिट का 20 परसेंट का मार्जिन मनी दिया गया था जिसमें 11 महीने तक बायज व बाद में किस्त देने की व्यवस्था थी परंतु आज के संदर्भ में वह भी कारगर साबित नहीं हो पा रही है सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए
कि बैंकों के माध्यम से ऐसी व्यवस्था की जाए की दवा व्यवसाय जिंदा रह सके बैंकों के माध्यम से ऐसी कोई व्यवस्था की जाए जिससे कि उनकी लागत बढ़ती जा रही है उसको वह पूरा कर सकें और अपने व्यापार को बचा सके और जो ईसीजीएस की व्यवस्था की गई थी उसके लिमिट बढ़ाई जाए उसको कम से कम 2 साल के लिए इंटरेस्ट फ्री किया जाए। दूसरी ओर बड़े घराने रिलायंस टाटा जैसे बड़े व्यवसाई बाजार में उतर आए हैं ऑनलाइन व्यवस्था भी हमारे व्यवसाय को बहुत नुकसान पहुंचा रही है इन पर भी कहीं ना कहीं लगाम लगाने की आवश्यकता है वरना इस देश का दवा व्यवसाई हमसे जुड़ें सहायक व उनके परिवारों के लिए रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा
इस विषय पर आज कई जिलों के पदाधिकारियों के साथ महामंत्री कार्यालय खैर नगर पर एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमे कहा गया कि प्रदेश संगठन को इसको गम्भीरता से लेना चाहिए। इसके अलावा सभी दवा व्यापारियों को cctv कैमरे लगवाने के जो नया नियम आया है, उससे छोटे दवा व्यापारियों के सामने समस्या आएगी। इसका सबने विरोध किया साथ ही यह भी कहा गया कि सरकार द्वारा जो नए नए नियम लाये जा रहे है, व दवा व्यापार में बड़े उधोग घरानों को बढ़ावा देने व ऑनलाइन दवा कारोबार को बढ़ावा देने से सरकार छोटे दवा व्यापारियों को खत्म करना चाहती है।
दूसरे हम प्रदेश संगठन से भी मांग करते है कि प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री क्योंकि एक ही क्षेत्र से आते है तो प्रदेश संगठन को पश्चिम में कोई ऐसा नेतृत्व प्रदान करना चाहिए जिससे पश्चिम में दवा व्यापार और ज्यादा मजबूत हो सके। इसी प्रकार की मांग हाथरस, रामपुर,बदायूँ, मुज़फ्फरनगर व 30 से अधिक जनपद कर चुके हैं
इसमें मुजफ्फरनगर से चेयरमैन प्रमोद मित्तल, अध्यक्ष सुभाष चौहान, कोषाध्यक्ष सतीश तायल तथा मेरठ के अध्यक्ष नरेश गुप्ता, महामंत्री रजनीश कौशल, कोषाध्यक्ष सुधीर, मनोज अग्रवाल, मनोज शर्मा, अंकुर साहरण आदि मौजूद रहे।