बिलासपुर में गुस्साएं किसानों ने ज्ञापन की प्रति में आग लगाकर जताया विरोध
तहसील प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
बोलें-ब्लाकाध्यक्ष हरिशंकर यादव हम कक्ष के बाहर चीखते रहे एसडीएम ज्ञापन लेने नही आए
फोटो कैप्शन -1 बिलासपुर तहसील परिसर में ज्ञापन की प्रति जलाकर विरोध जताते भाकियू अराजनैतिक कार्यकर्ता
बिलासपुर।प्रदर्शन के दौरान ज्ञापन न लेने से गुस्साएं भाकियू अराजनैतिक के कार्यकर्ताओं ने तहसील में ही ज्ञापन की प्रति जलाकर एसडीएम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर विरोध जताया।इस दौरान कार्यकर्ताओं ने तहसील प्रशासन पर किसानों का शोषण-उत्पीड़न आदि के गंभीर आरोप लगाए और जल्द ही बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के तमाम कार्यकर्ता ब्लाकध्यक्ष हरिशंकर यादव के नेतृत्व में स्थानीय तहसील पहुंचें थें जहां सबसे पहले तहसील के प्रांगण में पंचायत का आयोजन कर किसानों आवारा पशुओं से निजात दिलाने,धान क्रय केंद्रों पर हो रही धांधली को रोके जाने,कोटा जागीर से कुर्थिया तक जर्जर अवस्था में पड़े रास्ता निर्माण कराने आदि विभिन्न समस्याओं को लेकर विचार विमर्श किया गया।इसके पश्चात सभी किसान नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में उप जिलाधिकारी अनुराग सिंह के कार्यालय पहुंचें किसानों का आरोप है कि घंटेभर तक नारेबाजी करने के बावजूद भी एसडीएम अपने कक्ष से निकलकर किसानों का ज्ञापन लेने नही पहुंचें इसके बाद किसान भड़क गए और जोरदार नारेबाजी करते हुए बाहर प्रांगण में पहुंच गए और तहसील में ही ज्ञापन की प्रति में आग लगाने के बाद एसडीएम के खिलाफ विरोध जताने लगे।ब्लाकाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि हम एसडीएम के कक्ष के बाहर चीखते रहे,और वह कक्ष में बैठे रहे।काफी समय के बाद गुस्साए किसानों ने ज्ञापन में ही आग लगा दी। उन्होंने कहा स्थानीय तहसील प्रशासन अंधा,गूंगा और बहरा हो चुका है,क्योंकि किसानों की आवाज उनकी कानों तक नही पहुंच रही।आरोप लगाया कि बिना सुविधा शुल्क दिए तहसील में कोई काम नही हो रहा,वह पिछले एक वर्ष से कुर्थिया गांव के श्मशान घाट का मुद्दा उठा रहे हैं, परन्तु अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई इसके अलावा अन्य मुद्दों को लेकर भी किसान भटक रहा है, उन्होंने कहा सारे मामले से अपने संगठन के उच्चस्तरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया है,जो उनका निर्णय होगा तभी आगे की रणनीति तय की जाएगी।