रामपुर । कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत कोविड-19 से बचाव व उपचार की तैयारियों की समीक्षा हेतु जनपद रामपुर के कोविड-19 चिकित्सालयों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल के अंतर्गत जिला चिकित्सालय रामपुर, मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय रामपुर सीएससी शाहाबाद, सीएससी बिलासपुर, सीएससी स्वार में मॉक ड्रिल किया गया।
जिला चिकित्सालय रामपुर में राज्य द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी डॉ सरोज अरोड़ा के पर्यवेक्षण में मॉक ड्रिल किया गया। मॉक ड्रिल में एक बालक को संभावित रोगी मानकर निर्धारित समय सीमा 10 मिनट के भीतर एंबुलेंस से उतारकर आईसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखने की प्रक्रिया पूर्ण की गई। मॉक ड्रिल में चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों ने निर्धारित कार्यप्रणाली को अपनाते हुए 6 मिनट में रोगी को एंबुलेंस से आईसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट उपलब्ध कराया। इसी क्रम में मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय स्थित 11 कोविड फैसिलिटी में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार चौहान के पर्यवेक्षण में मॉक ड्रिल किया गया । पीएचसी शाहबाद में डॉ मनोज शुक्ला के नेतृत्व में सीएससी स्वार में विश्व स्वास्थ्य संगठन की डॉ० पारूल के नेतृत्व में तथा सीएससी बिलासपुर में डॉ दीपक के नेतृत्व में मॉक ड्रिल का आयोजन किया राज्य द्वारा नामित नोडल अधिकारी डॉ सरोज अरोड़ा ने मॉक ड्रिल के अतिरिक्त जिला चिकित्सालय में कोविड-19 के उपचार से संबंधित अन्य सभी तैयारियों का निरीक्षण किया। जिला चिकित्सालय में बच्चों हेतु स्थापित पीकू वार्ड, आईसोलेशन वार्ड, वेंटीलेटर संचालन, ऑक्सीलन आपूर्ति आदि का निरीक्षण किया गया। नोडल अधिकारी द्वारा जिला चिकित्सालय में पीएम केयर्स द्वारा स्थापित 1000 एलपीएम ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया गया। जनपद में कोविड की संभावित तीसरी लहर से संबंधित सभी तैयारियां पूर्ण है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव यादव द्वारा बताया गया कि जनपद रामपुर में कोविड-19 की तीसरी लहर से बचाव व उपचार की समस्त तैयारियां पूर्ण है तथा उनकी तैयारियों की समीक्षा हेतु आज जनपद में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में सम्भावित तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की सम्भावना के दृष्टिगत जिला चिकित्सालय रामपुर में 40 बैड तथा सी0एच0सी0 स्वार, सी0एच0सी0 शाहबाद, सी0एच0सी0 बिलासपुर व मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में 10 बैड आरक्षित किये गये हैं, तथा चिकित्सीय उपकरण एवं आवश्यक औषधियाँ उपलब्ध करा दी गई हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा इस अवसर पर जनता को आश्वस्त किया गया कि कोविड-19 से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से तैयार है तथा सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधा जनपद के चिकित्सालय में उपलब्ध है। कोविड-19 से बचाव हेतु अत्यंत आवश्यक है कि जनता कोविड-19 से बचाव के सभी उपायों को अपनाएं जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग, हाथों को निरंतर धोना का पालन करें तथा अधिक से अधिक संख्या में कोविड टीकाकरण अवश्य कराएं। कोविड टीकाकरण कोविड से बचाव का सर्वाधिक उपयुक्त उपाय है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि कोविड टीकाकरण की प्रथम व द्वितीय डोज पूर्ण कराना अत्यन्त आवश्यक है। कोविड टीकाकरण की दोनों डोज लेने पर कोविड संकमण होने की दशा में भी कोविड रोग की तीव्रता अत्यन्त कम हो जाती है। अतः सभी नागरिक कोविड टीकाकरण अवश्य करायें तथा जिन व्यक्तियों की कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज लम्बित हैं, वे टीकाकरण की दूसरी डोज अवश्य लगवायें।
वैक्सीन की उपलब्धता के दृष्टिगत रविवार को भी कोविड टीकाकरण कार्यक्रम कराया जायेगा।
जनपद में 224 स्थलों पर कोविड टीकाकरण का कार्य कराया जायेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा कोविड-19 टीकाकरण सेंटर नगरीय प्रा० स्वा० केन्द्र घेर मियां खॉ तथा नगरीय प्रा० स्वा० केन्द्र दोमहला का निरीक्षण किया गया।
मॉक ड्रिल के अवसर पर जिला चिकित्सालय में सीएमएस डॉ0 एचके मित्रा, एसीएमओ डॉ0 आर0 चन्द्रा, डॉ० गणेश, डॉ० वी0सी0 सक्सेना और डीएमओ श्री पंकज द्विवेदी आदि उपस्थित रहें।