रामपुर । विश्व के विभिन्न देशों में कोरोनावायरस के नए वैरिएंट के संक्रमण के दृष्टिगत जनपद में जरूरी सावधानियां बरतने के लिए जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार मादड़ ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने कहा कि साउथ अफ्रीका, बोस्टन, नीदरलैंड, यूके, पुर्तगाल, ऑस्ट्रेलिया, इटली, जर्मनी और हॉन्गकॉन्ग सहित 18 देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। विश्व के इन देशों में नए वैरिएंट के मामले मिलने पर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा भी देश और प्रदेश में संक्रमण के मद्देनजर चिंता जाहिर की गई है तथा संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में अभी इस नए वैरिएंट के एक भी मामले सामने नहीं आए हैं परंतु सभी लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सुरक्षात्मक उपायों को गंभीरता पूर्वक अपनाना बेहद जरूरी है।
संक्रमण से सुरक्षा और बचाव के लिए जरूरी सावधानियों के साथ-साथ जनपद में वैक्सीनेशन कार्यक्रम को भी प्रभावी तरीके से लागू कराया जा रहा है। वैक्सीनेशन के लिए जिले में लगभग 300 टीमें कार्यरत हैं जो लगातार सक्रिय रहकर वैक्सीनेशन कार्यक्रम को गति प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब तक के वैश्विक अनुभव के आधार पर ऐसा पाया गया है कि कोविड-19 टीकाकरण की दोनों डोज लेने पर वायरस के संक्रमण और उसके दुष्प्रभाव में कमी देखी गई है इसलिए जिले में निर्धारित आयु वर्ग के ऐसे लोग जिन्होंने अभी तक एक भी डोज नहीं ली है वह जल्द ही पहली डोज लगवा लें और जिन्होंने पहली डोज लगवा ली है वह भी निर्धारित समय पूर्ण होने के बाद नियत तिथि पर दूसरी डोज भी अनिवार्य रूप से लगवाएं।
उन्होंने कहा कि पूर्व में जनपद में कोरोना संक्रमण के दौरान अन्य जनपदों में स्थापित टेस्टिंग लैब से रिपोर्ट मंगानी पड़ती थी परंतु वर्तमान में जनपद में ही आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब स्थापित हो चुकी है इसलिए अब कोविड रिपोर्ट के लिए लोगों को लम्बे समय तक इंतजार नही करना पड़ेगा। जनपद में भी नए वैरिएंट से सुरक्षा के दृष्टिगत प्रभावी तैयारियां पुनः प्रारंभ कर दी गई हैं जिनके अंतर्गत दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों की विशेष निगरानी और जांच के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में गठित निगरानी समितियों को सक्रिय बनाया जा रहा है तथा इन निगरानी समितियों के माध्यम से ही कोविड-19 एप्रोपिएड बिहेवियर को भी प्रोत्साहित किए जाने की कार्रवाई कराई जाएगी।
उन्होंने जिले में कोविड-19 से सुरक्षा और बचाव के लिए तैयारियों के बारे में भी प्रेस प्रतिनिधियों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जनपद स्तर पर संचालित जिला चिकित्सालय में 100 ऑक्सीजन युक्त बेड, मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में 90 ऑक्सीजन बेड, सीएचसी बिलासपुर, सीएचसी स्वार और सीएचसी शाहबाद में से प्रत्येक में 30 ऑक्सीजन युक्त बेड मौजूद हैं। इसके साथ ही बच्चों के विशेष उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में 40, मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में 10 ऑक्सीजन बेड तथा सीएचसी बिलासपुर, सीएचसी स्वार और सीएचसी शाहबाद में से प्रत्येक में 10 बेड आरक्षित किए गए हैं। कोरोनावायरस के संक्रमण के दृष्टिगत उत्पन्न दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी और आपूर्ति के दौरान असुविधा को ध्यान में रखते हुए भी जिले में पर्याप्त प्रबंध कराए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में 150 और 1000 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट तथा सीएचसी बिलासपुर में 300 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कराया जा चुका है और वर्तमान में संचालित स्थिति में है।
इसके साथ ही जिला महिला चिकित्सालय में भी महिला मरीजों की स्वास्थ्य जरूरतों को ध्यान में रखते हुए 500 एलपीएम के ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना प्रक्रियाधीन है। 05 लीटर क्षमता के 230 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तथा 10 लीटर क्षमता के 193 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जनपद में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि 302 बी टाइप सिलेंडर और 239 डी टाइप जम्बो सिलेंडर की भी जिले में उपलब्धता है। इसके साथ ही जिला चिकित्सालय में 12 वेंटिलेटर तथा बच्चों के लिए 13 वाईपेप भी मौजूद हैं।