लखनऊ। खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग आयुक्त.कार्यालय अलीगंज लखनऊ में तैनात एक अधिकारी जिनका नाम है श्री दिनेश कुमार तिवारी जी जो आयुक्त कार्यालय लखनऊ में कर रहे हैं मनमानी। वर्ष 2015 में सरकारी धन का इस्तेमाल करके एक ऑनलाइन लाइसेंस पोर्टल बनाया था जिसे इनके द्वारा फरवरी 2018 में बंद करके फरवरी 2018 में ही दूसरा नया पोर्टल बनाकर विभागीय कार्य किये जा रहे हैं । यह अधिकारी विभाग के आई. टी. सेल के नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये गये हैं जबकि योग्यता केवल बी.फार्मा है। आई. टी. से सम्बंधित इन अधिकारी को कोई ज्ञान नहीं है ओर न ही इनके पास आई. टी. से सम्बंधित कोई योग्यता है । इसी कारण इनके नोडल रहते हुए इनके द्वारा बनवाये गये पोर्टल पर सही कार्य सुचारू रूप से सम्पादित नहीं हो पा रहा है जिस कारण आम जनमानस/व्यापारियों को पोर्टल पर आवेदन करने में अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है । एवम इन अधिकारी द्वारा घोटाला करते हुए राजकीय धन की बरबादी की जा रही है। इनके निर्देशन में बनाया गया कोई भी पोर्टल सुचारू रूप से न चल पाने के कारण प्रदेश की जनता/ व्यापारियों को कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह पोर्टल न तो केमिस्ट फ्रैंडली है न ही विभागीय फ्रैंडली है
अतः महोदया अपर सचिव जी से निवेदन है कि दोनों पोर्टल में उपयोग किये गये सरकारी धन का ऑडिट, जांच एवम पोर्टल की गुणवत्ता की जांच सक्षम विभाग द्वारा करायी जाये एवम दोषी अधिकारी श्री डी. के. तिवारी जी को भारतीय कानून के अंतर्गत कठोरतम सजा दिलायी जाये ।
यह भी अवगत कराना है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी के द्वारा एक देश एक पोर्टल की व्यवस्था की गई है जिसके द्वारा उत्तर प्रदेश खादय एवम औषधि प्रशासन विभाग के औषधि पोर्टल को भी फूड अनुभाग के पोर्टल की तरह केंद्रीय पोर्टल को इस्तेमाल करने के आदेश दिये गये हैं परन्तु खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के औषधि अनुभाग के ड्रग अधिकारी श्री दिनेश कुमार तिवारी जी एवम श्री अजय कुमार जैन औषधि अनुज्ञपान एवम नियंत्रण प्राधिकारी की सांठगांठ के कारण जबरदस्ती उत्तर प्रदेश सरकार के धन का दुरुपयोग कर अलग पोर्टल बनाकर काम किया जा रहा है तथा इनके द्वारा अपने उच्च अधिकारियों को भी गुमराह कर भारत सरकार के केंद्रीय पोर्टल का इस्तेमाल न कर अपने व्यक्तिगत हित/लाभ के कारण प्रादेशिक पोर्टल का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अतः महोदया अपर सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार से विनम्र अनुरोध है कि उक्त प्रकरण से अवगत होते हुए खादय सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग में श्री दिनेश कुमार तिवारी सहायक आयुक्त (औषधि) एवम श्री अजय कुमार जैन औषधि अनुज्ञापन एवम नियंत्रण प्राधिकारी के विरुद्ध भारतीय कानून के प्राविधानों के अंतर्गत कठोरतम से कठोरतम सजा दिलाने तथा इनके आय से अधिक संपत्ति की जांच कर भ्र्ष्टाचार में लिप्त रहने के कारण अर्जित की गई धनराशि से निर्मित भवन/ भू-खण्डों का ध्वस्तीकरण मुख्तार अंसारी की तर्ज पर किया जाना चाहिए