नोडल अधिकारी गौतम कपूर द्वारा समय समय पर जन औषधि केन्द्रों पर दवाओं की उपलब्धता व मूल्यों पर अपनी निगरानी बनाई रहती है। इसके लिए स्वयं जाकर जन औषधि केन्द्रों पर औचक निरीक्षण किया जाता है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री जन औषधि योजना एक जुलाई 2015 को शुरू की थी। मकसद था ब्रांडेड महंगी दवाओं के विकल्प में समान गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाईयों को कम कीमत पर जनता को उपलब्ध कराना। आज इन केंद्रों पर मेडिकल स्टोरों की अपेक्षा 50 से 90 प्रतिशत तक कम कीमत पर दवाएं मिलती हैं।प्रधानमंत्री की यह योजना है खास, बाजार से 90 फीसद तक कम मूल्य पर मिल जाती हैं दवाएं प्रधानमंत्री की इस योजना के तहत मिलती हैं सस्ती दवाएं आपके शहर में हो सकती है जन औषधि केंद्र की दुकान
दवाओं की उपलब्धता को लेकर प्रधानमन्त्री भारतीय जन औषधि केन्द्रों पर अपनी निगरानी ब्यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्टर गवर्मेंट ऑफ इंडिया द्वारा रहती है