वर्षों से तैनात आउटसोर्सिंग संविदा कर्मियों ने बिलासपुर क्षेत्र में लाखों रुपये बिजली बिल बकाया, फिर भी बांटे दिए उसी परिसर में कनेक्शन
– अवर अभियंताओं व आउट सोर्सिंग कर्मियों की मिलीभगत से हो रहा है यह गोरखधंधा
वर्षो से तैनात आउटसोर्सिंग संविदा कर्मी विभाग को लगा रहे हैं चूना
बिलासपुर । बिलासपुर नगर व देहात में जिनके ऊपर विभाग का लाखों का विद्युत बिल बकाया है उसी मकान,दुकान व परिसर में परिवार के दूसरे सदस्यों के नाम विद्युत कनेक्शन देने का एक अवैध धंधा चल रहा है। जिसमें वर्षों से तैनात कुछ आउटसोर्सिंग से तैनात कर्मियों द्वारा किया जा रहा है । ओर विभाग को लाखों का चूना लगाया जा रहा है। नियमानुसार जिस परिसर,दुकान व मकान पर विद्युत कनेक्शन तभी दिया जा सकता है जब तक वह विद्युत बकाया राशि जमा नहीं कर देता। यदि संयुक्त परिवार या साझादार है तो अपने हिस्से का विद्युत बकाया जमा कर देता है तो वहां विद्युत कनेक्शन दे दिया जाता है। यह अवर अभियंताओं की जिम्मेदारी होती है कि बकाएदारों की जानकारी रखें। जो लंबे समय से बिल नहीं दे रहे हैं, उन्हें डिफाल्टर की श्रेणी में डालकर कनेक्शन की जांच करें। ओर इस तरह के मामले की जांच कराई जानी चाहिए। दोष साबित होने पर दंडात्मक कार्रवाई के लिए सम्बंधित पत्र लिखा जाना चाहिए।
बिजली बिल बकाया है, फिर भी खोंदलपुर क्षेत्र में दो कनेक्शन दे दिए गए। खोंदलपुर बिजली घर से जुड़े लक्ष्मी नगर मोहल्ले के एक विद्युत बकायादार पर 4.67 लाख रुपये बकाया हैं। इसी तरह एक को अगस्त 22 में कनेक्शन दिया गया, लेकिन आज तक बिजली बिल नहीं बन सका।
विधुत वितरण खंड चार बिलासपुर नगर व ग्रामीण क्षेत्र के बिजली घरों से जुड़े मोहल्ले व गांवों में कनेक्शनो पर मार्च 2022 तक करीब 124.67 लाख का बिल बकाया था। लेकिन दूसरे नामों से नए कनेक्शन जारी कर दिए गए। जब कभी भुगतान न करने वाले उपभोक्ताओं की जांच हुई तो मामला खुलकर सामने आ गया।
पता चला कि इन कनेक्शनों की आईडी पर एक ही मोबाइल नंबर फीड है। टीम में शामिल अभियंताओं ने इस प्रकरण को संदिग्ध श्रेणी में डालकर अफसरों को अवगत कराया। इसी तरह मोहल्ला साहूकारा,भट्टी टोला,शीरी मियां, में इस तरह के बिजली कनेक्शन दे दिए गए । ओर परिसर में बिजली मीटर भी लगा दिए गए।
ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में आधी-अधूरी फीडिंग होने से बिल जनरेट नहीं हो सका। इसका फायदा उठाते हुए एक उपभोक्ता ने खोंदलपुर में सितम्बर 2022 में नया कनेक्शन ले लिया। जांच करने पहुंचे कर्मचारी परिसर में नया कनेक्शन देखकर भौचक रह गए। उन्होने अभियंताओं को अवगत कराया कि परिसर में दो कनेक्शन दिए गए हैं।
कनेक्शन तो पीडी हो गया है, हमें नहीं पता
उपभोक्ता ने कहा कि बकाए के बाद कनेक्शन पीडी कर दिया गया। बकाया है, इसकी जानकारी नहीं है। परिसर में दूसरा कनेक्शन अपनी पत्नी के नाम से लिया है। विभाग के जिम्मेदारों ने ही मदद की है। यह सब अपने आप नहीं होता है। क्या गलत हुआ है, इसकी जानकारी नहीं है।
अधिशासी अभियंता ने कहा कि मामला गंभीर है। अवर अभियंताओं की जिम्मेदारी होती है कि बकाएदारों की जानकारी रखें। जो लंबे समय से बिल नहीं दे रहे हैं, उन्हें डिफाल्टर की श्रेणी में डालकर कनेक्शन की जांच करें। मामले की जांच कराई जाएगी। दोष साबित होने पर दंडात्मक कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाएगा। पश्चिमांचल विद्युत वितरण कंपनी ने उक्त संबंध विस्तृत आदेश जारी किए हैं। लेकिन इस आदेश का अक्षरस पालन नहीं किया जा रहा है। संविदा कर्मी आउटसोर्सिंग कर्मी इस खेल को अंजाम दे रहे हैं । ओर निगम को चूना लगाया जा रहा है।