जिले में धधक रहीं मौत की कच्ची शराब की भट्ठियां
– आबकारी विभाग की मिलीभग्त से हो रहा है मौत का अवैध धंधा
– जनपद में कभी भी हो सकता है जहरीली शराब कांड
-शराब की अवैध भट्ठियों को नष्ट करना व फोटो सेशन कर मीडिया तक भेजने का काम है आबकारी विभाग का
रामपुर। जब जहरीली शराब से मौत का सिलसिला शुरू होता है। तब जाकर आबकारी विभाग की नींद खुलती है। अलीगढ़ व सहारनपुर जिले में जहरीली शराब के सेवन से कई लोगों की जाने चली गईं और कई जिंदगी और मौत से आज भी लड़ रहे हैं। ऐसी घटना जिले में कभी भी घट सकती है। वजह बिलासपुर, स्वार, शाहाबाद, मिलक सदर सर्किल के लाभ पांच दर्जन गांव ऐसे हैं जो कच्ची शराब का धंधा करने के लिए चिह्नित हैं। वह भी विभागीय आंकड़ों में। बावजूद इसके यहां धंधा बंद नहीं होता है। कच्ची शराब की भट्टियां धधकती हैं और शाम ढलते ही पीने का सिलसिला शुरू होता है। खास बात यह है कि यह जिला राजनीति रूप से महत्वपूर्ण है। फिर भी अवैध शराब का धंधा बंद नहीं हो रहा है। वर्तमान में रामपुर विधान सभा चुनाव चल रहे है ऐसे में आबकारी विभाग की जिम्मेदारी ओर बड़ जाती हैं।
यहां होता है कच्ची शराब का धंधा
जिले की नदियों से लगने वाले थाना क्षेत्रों में कच्ची शराब का धंधा अधिक चलता है। इसमें बिलासपुर थाना क्षेत्र के मुसरफगंज हामिद नगर,राम नगर, धारा नगरी, चंदेला, सगरपुर सहित दर्जनों गांव में अवैध शराब बनती है। इसी प्रकार शाहाबद कोतवाली क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में कच्ची शराब बनती है। इसके अलावा सदर सर्किल के उसका थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांव में शराब का धंधा होता है। वहीं, स्वार सर्किल के दर्जनों गांव कच्ची शराब के लिए चिह्नित हैं। इसके अलावा मिलक थाना क्षेत्र में शराब का धंधा होता है।
मौत की शराब
जिले का आबकारी विभाग अभी नहीं चेता तो कभी भी जनपद किसी भी क्षैत्र में केमिकल व जहरीली शराब से अप्रिय घटना घट सकती है फिर विभाग के पास पछताने के अलावा कुछ न होगा
आने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में खूब बटेगी अवैध कच्ची
शराब

विभाग इसी प्रकार उदासीन रहा जनपद में आने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में खूब बटेगी केमिकल युक्त कच्ची शराब। ओर इस शराब का सेवन करने वाले लोगों का स्वास्थ्य कैसा होगा यह भविष्य ही बताएगा।