भट्ठा एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने एक लाख एक हज़ार रुपए की धनराशि गौ रक्षा एवं संवर्धन कोष को भेंट की
मुरादाबाद। आज मुंडा पांडे ब्लॉक में जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को भट्ठा एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने एक लाख एक हज़ार रुपए की धनराशि गौ रक्षा एवं संवर्धन कोष को भेंट की जनपद की भट्ठा एसो ने निराश्रित/बेसहारा गोवंश के संरक्षण हेतु संचालित गो संरक्षण एवं संवर्धन कोष में एक लाख एक हज़ार रुपये की धनराशि दान की। संबंधित कोष में धनराशि जमा करने के बाद रसीद को डीएम के जरिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को सौंपा। जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों अधिकारियों/कर्मचारियों से भी इस कार्य में सहयोग की अपिल की। कहा कि कोष में दान करने के लिए क्यूआर कोड भी बनाया गया है, जोकि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मुरादाबाद से संपर्क कर प्रयोग किया जा सकता है।
जिला अधिकारी मानवेंद्र सिंह की जन सहयोग से छुट्टा पशुओं के लिए चारा बैंक की स्थापना के बाद मुरादाबाद के जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने अब जिले भर में गौशालाओं में रखी गई ऐसी गायों की सहायता के लिए कोष की स्थापना की है। सिंह ने सितम्बर माह को ‘गाय संरक्षण कोष’ के नाम से एक बैंक खाता खोला था। जिलाधिकारी ने कोष में स्वयं 11 हजार रुपये का प्रारंभिक योगदान दिया। उसके बाद मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी तथा अन्य अधिकारियों ने योगदान किया। सिंह ने अपने सभी अधिकारियों और आम जनता से खाते में पैसे दान करने की अपील की ताकि गौ रक्षा और संरक्षण में योगदान दिया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा, “निधि के गठन के पीछे मूल उद्देश्य गौ आश्रय गृहों के सुचारू संचालन और प्रबंधन को सुनिश्चित करना था ताकि गायों को वहां असुविधा का सामना न करना पड़े।” उन्होंने कहा, “इस कोष का उपयोग आश्रय गृहों में शेड, चारा, स्टैंड आदि के प्रबंधन के अलावा निर्माण कार्यों में भी किया जाएगा।” मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, जिले में कुल 28 गौ-आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं जिनमें नौ हजार गायों को आश्रय मिलता है। दो अन्य गौ-आश्रय गृह जल्द ही बनकर तैयार हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, 5500 गायों को उन लोगों को सौंप दिया गया है, जिन्होंने स्वेच्छा से उन्हें सरकारी योजना के अनुसार गोद लेने के लिए इच्छा जाहिर की थी। गौरतलब है कि योजना के तहत गाय गोद लेने पर गोपालक को 30 रुपये प्रति गाय प्रतिदिन के हिसाब से सरकार अनुदान देती है।