बिलासपुर में बिना रूट के दौड़ रहे हैं आटो-टेंपो, जिम्मेदारों को नहीं खबर
– सुविधा शुल्क के बल पर चल रहा है यह अवैध परिवहन का धंधा
पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग की मिलीभगत से बिलासपुर – रुद्रपुर बिलासपुर – रामपुर में आटो टेंपो की मनमानी चल रही है। वे बिना रूट के ही दौड़ रहे हैं। इसकी जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं है। एआरटीओ के पूछने पर रूट की जानकारी तक नहीं दे सके।
बिलासपुर। नगर के उत्तरी क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में उत्तराखंड में रजिस्टर्ड व वहीं के परमिट पर आटो-टेंपो और डग्गामार बसें बिना रूट के दौड़ रही हैं। यह राजफाश रविवार को हुआ। जब सीओ अरुण कुमार सिंह ने अवैध रूप से दौड़ रहे वाहनों की लगाम लगाने के लिए आज सड़क पर बिना परमिट के दौड़ रहे टेंपू को पकड़ कर पूछा तो पता चला कि उत्तराखंड के परमिट पर रामपुर जनपद की सीमा में टेंपू ऑटो चल रहे हैं । सीओ बिलासपुर ने एक टेंपू को सीज कर दिया गया । लेकिन अभी भी सैकड़ों की संख्या में बिना परमिट के बिलासपुर – रुद्रपुर को चल रहे हैं । एक टेंपू ऑटो ने हमें नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जो टेंपू ऑटो मासिक सुविधा शुल्क नहीं देगा उसका चालान व सीज कर दिया जायेगा। हम सभी प्रतिमाह सुविधा शुल्क दे रहे हैं
जब हमने परिवहन विभाग से आटो-टेंपो और बसों के रूट क्या हैं? कितने वैध स्टैंड हैं? किस रूट के लिए कितने परमिट हैं? इस पर परिवहन विभाग और पुलिस के जिम्मेदारों ने चुप्पी साध ली। उन्हें यह जानकारी ही नहीं थी। बताया जा रहा है कि जब सीओ और परिवहन विभाग के अधिकारियों से पूछा कि बिलासपुर रुद्रपुर व बिलासपुर रामपुर क्षेत्र में चल रहे आटो, टेंपो डग्गामार बसों की संख्या कितनी है? इस प्रश्न का भी जवाब जिम्मेदार नहीं दे सके।
जबकि परिवहन विभाग व पुलिस विभाग को यह जानकारी होनी चाहिए कि किस रूट पर कितने वाहन हैं। वाहनों के लिए वैध स्टैंड कहां-कहां अलाट किए गए हैं। उनका संचालन कौन कर रहा है। संचालकों के नंबर और नाम की जानकारी होनी चाहिए। जिससे अवैध स्टैंड चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। पुलिस प्रशासन को जल्द से जल्द पूरा रूट प्लान बनाना चाहिए। किस रूट पर कितने और कौन से वाहन चलने हैं। सबके परमिट पर इसका निर्धारण होना चाहिए।
बिना रूट के दौड़ते मिले वाहन तो हो कार्रवाई हो
उत्तर प्रदेश सरकार व पुलिस और ट्रैफिक पुलिस को स्पष्ट निर्देश हैं कि रूट निर्धारण होते ही आटो-टेंपो का संचालन उसी रूट पर होना चाहिए जिसका उनके पास परमिट हो। दूसरे रूट पर चलने वाले वाहनों का चालान और सीजर की कार्रवाई करें। बता दें, उत्तर प्रदेश सरकार के कड़े निर्देश हैं कि डग्गामार बसों से अवैध वसूली करने वाले मुंशी ठेकेदारों को गिरफ्तार किया जाए। ऐसे लोग जो इन अवैध ऑटो, टेंपू का संचालन कराते हैं उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही हो ।