जनपद के 80 गांवों में धधक रहीं ‘मौत’ की भट्ठियां
-आबकारी विभाग की नाकामी कभी भी जनपद रामपुर में मौत का तांडव ला सकती है
आबकारी विभाग पुलिस प्रशासन द्वारा नष्ट की गई भट्टियों को नष्ट करते हुए फोटो लेकर अपनी कार्यवाही को शासन प्रशासन को दिखाकर वाह वाही लूट रहे हैं
रामपुर । जिले में कच्ची शराब का कारोबार कुटीर उद्योग का रूप अख्तियार कर चुका है। कच्ची के साथ देशी शराब की भट्ठियों पर मिलावट का खेल खूब हो रहा है। गांवों में धधक रही भट्ठियां जिम्मेदार अफसरों की संजीदगी को उजागर कर रहीं हैं। ऐसे में मिलावटी व नकली शराब का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है। नकली शराब बनाने के लिए पानी के साथ मिलाए जाने वाले पदार्थ व कच्ची शराब में पड़ने वाला केमिकल लोगों की जिदगी निगलने को काफी है। ऐसा नहीं है कि पुलिस व आबकारी महकमे को इसकी जानकारी नहीं है लेकिन यदा-कदा अभियान के नाम पर लहन नष्ट कर औपचारिकता निभा दी जाती है। नतीजा मिलावटखोरी करने वाले मौत के सौदागर आम जन की जिदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
कच्ची के साथ देसी शराब में मिलावट का खेल खूब हो रहा है। स्वार, बिलासपुर, शाहाबद व टांडा क्षेत्र के करीब 80 गांवों में अवैध कच्ची शराब की भट्ठियां धड़ल्ले से धधक रहीं हैं। मिलावटी व नकली शराब का सेवन लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
शराब बनाने में प्रयोग किए जाने वाले हानिकारक रासायनिक तत्व व यूरिया लोगों को गंभीर बीमारियों का मरीज बना रहे हैं। ऐसा नहीं है कि पुलिस व आबकारी महकमे को इसकी जानकारी नहीं है। यदा-कदा अभियान के नाम पर लहन नष्ट कर औपचारिकता निभा दी जाती है। वहीं, मिलावटखोरी करने वाले मौत के सौदागर लोगों की जिदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
शाम होते ही इन क्षेत्रों में शराब की भट्ठियां धधकने लगती हैं। बिलासपुर व स्वार क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक ग्रामों में खुलेआम अवैध शराब की भट्ठियां धधक रहीं हैं।