पीपली आरक्षित वन परिक्षेत्र में मिलकखानम थाने का एक उप निरीक्षक,रेंजर, एसडीओ एवम लकड़ी चोरों की मिलीभगत से अंधाधुंध कटाई से मैदान में बदल रहा जंगल
पीपली जंगल के हरी पट्टी क्षेत्रों में काटे गए विशाल हरे पेड़
– पर्यावरणविद चिंता में यही हालात रहे तो पीपली वन क्षेत्र विलुप्त हो जाएगा
– पीपली के हरी पट्टी से 250 से ज्यादा पेड़ कटे
– एसडीओ व रेंजर वर्तमान में वृक्षारोपण कार्य की जगह हरी पट्टी क्षेत्र में पेड़ों की जड़ों को खुदवाया जा रहा ताकि कोई सबूत न रहे ।
रामपुर। पीपली वन क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट में लकड़ी चोरों के हौंसले बुलंद हैं। लेकिन वन विभाग के कर्मचारी कुम्भकर्ण की निद्रा में सो रहे हैं। वन परिक्षेत्र के सालार पुर,पीपली,अंबरपुर,आर्य नगर में वन कर्मियों ओर लकड़ी चोरों की मिलीभगत द्वारा लगातार हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई देख ग्रामीण चिंतित हैं। आखिर इतने तादाद में पेड़ों की कटाई हो रही जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं या कहें तो वन विभाग की जानकारी में ही हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। साथ ही साथ वन क्षेत्र के शासकीय जमीन में अवैध रूप से मकान निर्माण जोरों पर हैं। यदि इस कृत्य को रोका नहीं जाएगा तो आगे आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो जाएगी जिसे रोकना संभव नहीं होगा।
वन कर्मचारियों की लापरवाही बता दें कि पीपली वन परिक्षेत्र जहाँ शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों के नाक के नीचे से चोर सक्रिय हैं। लेकिन वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इन चोरों पर नकेल कसने में नाकाम हैं। मिलकखानम कोतवाली का एक उप निरीक्षक जो पूर्व में रिश्वत के मामले में ट्रैप हो चुका उसकी वन विभाग का एक रेंजर एवम एसडीओ की मिली भगत से दिनदहाड़े वनों के अंदर लकड़ी चोर गिरोह कीमती खैर के हरे पेड़ों की कटाई करते हैं और वन विभाग के सामने से ही चोरी की लकड़ियों को उठाकर ले जा रहे हैं. लेकिन किसी ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
पीपली वन क्षेत्र में हरी पट्टी एरिया में रातों दिन काटे गए हरे पेड़ों की जड़ें उखाड़ी जा रही जिसको नाम दिया गया है कि वृक्षारोपण में गड्डे किए जा रहे हैं जिसका पैसा वन विभाग से लिया जा रहा है अभी तक 50 से 60 जड़े उखाड़ दी गई है। हमारे अंडर कवर रिपोर्टरों ने इस हकीकत को कैमरे में कैद किया।
एक तरफ से लकड़ी चोरों के कारण जंगल मैदान में तब्दील हो रहे हैं। वहीं वन के अंदर बन रहे मैदान में अतिक्रमण जोरों पर हैं। लोग वन के अंदर मकान बनाकर रह रहे हैं। इन मकानों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं हैं. इस बारे में जब हमारी टीम ने जिम्मेदारों से बात करनी चाही तो किसी ने भी कैमरे के सामने बोलने से मना कर दिया।
प्रेस क्लब रजि. जनपद रामपुर के अध्यक्ष,आरटीआई व पर्यावरण एवम् जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता जयदीप गुप्ता ने बताया जिस तेजी से जंगल काटा जा रहा है आने वाले दिनों में मैदान के अलावा यहां कुछ नज़र नहीं आयेगा ओर हमारे जलवायु परिवर्तन में इसका बहुत बड़ा रोल होगा ।
उन्होंने बताया कि उक्त की पूरी रिपोर्ट प्रधान मुख्य वन संरक्षक लखनऊ को अपनी रिपोर्ट प्रमाण के साथ बेची जा चुकी है।