उद्योगपति देश की प्रगति के ग्रोथ बैंक ।
सरकार अन्य वोट बैंको के समान उद्योगपतिओं एवं ब्यापारियों के ग्रोथ बैंक का भी सम्मान करें । ग्रोथ बैंक ही देश की आर्थिक धुरी है। हालांकि सरकार औद्योगिक विकास के लिए अपनी ओर से पूर्ण प्रयास कर रही है।स्थानीय प्रशासन भी औद्योगिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है ,यथा संभव मदद कर रहा है ।
आज होटल रेडिएंस पार्क मे आयोजित आई आई ए रामपुर चैप्टर की मंथन मीटिंग में आई आई ए के चेयरमैन श्रीष गुप्ता ने यह मांग रखी।
उद्योगपति कभी अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन नही करता इसलिए उसकी मांगो की अनदेखी हो जाती है। आई आई ए लगातार जी एस टी की अधिक दरों,एक ही आइटम में अलग अलग जी एस टी की दरों का मुद्दा उठा रहा है उद्योगपति अपने उद्योग के विस्तार पर पर फोकस करने के बजाय हिसाब किताब रखने में ही व्यस्त है। सरकारी विभागों की कागजी औपचारिकतायें बहुत अधिक है।
इससे ईज डूइंग बिज़नेस को नुकसान पहुंच रहा है।इन्हें कम करने की आवश्यकता है।
मीटिंग में उद्योगपतिओं अन्य प्रदेशों की तरह इंडस्ट्रियल प्लॉट्स को लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने की अबश्यकता पर बल दिया। इसका एक आंदोलन आईं आई ए प्रदेश व्यापी चल रहा है। कुछ उद्योगपतिओं ने मांग की की सरकार नई उद्योग नीति लाई है जो स्वागत योग्य है,लेकिन पुराने उधोगों को भी बह लाभ मिलने चाहिए अन्यथा बह पिछड़ सकते है,बंदी के कगार आ सकते है ,प्रतिस्पर्धा नही कर पाएंगे।
रामपुर की मिंट एवं वुड इंडस्ट्री कुछ गंभीर समस्याओं का सामना कर रही है। बरेली में आयोजित मीटिंग में मुख्य सचिव के सन्मुख उन्हें रखा गया है ,लेकिन अभी कोई राहत नही मिल सकी है।
मीटिंग में राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा युवा उधमियों का एक संगठन I Y C बनाने के जो निर्देश प्राप्त हुए है उन पर चर्चा हुई और शीघ्र ही इस पर कार्य आरंभ करने का निर्णय हुआ। मीटिंग में महिला उधमियों को भी संगठन का सदस्य बनाने पर चर्चा की गई।कुछ प्रमुख महिला उधमियों को मीटिंग में आमंत्रित कर स्वागत किया गया एवं उन्हें उद्योग लगाने की ओर प्रेरित किया गया।सरकार द्वारा नई औद्योगिक नीति में महिलाओं के लिए नए औद्योगिक अवसर एवं इनके लिए की गई विशेष घोषणाओं सब्सिडी आदि के बारे में अवगत कराया गया।
मीटिंग में संरक्षक एस के गुप्ता, रमेश अग्रवाल, विपिन कुमार, मनोज गर्ग,मनोज गुप्ता, उमेश अग्रवाल,अजय अग्रवाल, राम रक्ष पाल यादव,दिलीप रस्तोगी, डॉ वी वी शर्मा ,विनीत रस्तोगी, के सी गुप्ता आदि उद्योगपतिओं ने भाग लिया।