पटेल के जीवन को हमें अपने आचरण में लाना चाहिए:औलख
भारतीय पटेल महासभा ने भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के परिनिर्वाण दिवस पर राष्ट्रीय एकता संगोष्ठी आयोजित की
बिलासपुर।भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के परिनिर्वाण दिवस के मौके पर कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन को हमें अपने आचरण में लाना चाहिए. सरदार पटेल का स्मरण करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।कृषि राज्यमंत्री औलख नगर की पुरानी शिवबाग मंडी के टीनशैड में भारतीय पटेल महासभा के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय एकता संगोष्ठी में बोल रहे थे उन्होंने कहा भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाला उनका एक महान व्यक्तित्व था. उन्होंने देश को आजादी दिलाने और स्वतंत्र भारत को एकता के सूत्र में हमेशा बांध कर रखा.उन्होंने अपने दायित्वों को निर्वाहन बखूबी किया, देशहित में अडिग निर्णय लेते थें और दृढ़ निश्चयों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।वशिष्ठ अतिथि पालिकाध्यक्ष चित्रक मित्तल ने कहा कि सरदार पटेल के आदर्श हमारे लिए सर्वोपरी है,राष्ट्रीय एकता के रूप में सरदार पटेल ने 565 राष्ट्रों को भारत में विलय किया और देश को एकसूत्र में पिरोकर अपनी कार्यकुशलता और दृढ़ निश्चय का परिचय दिया था।महासभा के प्रदेशाध्यक्ष अनुपम कुमार पटेल ने कहा कि सरदार पटेल ने पंद्रह प्रांतों में से तेरह प्रांतों के समर्थन के बावजूद राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए उच्च पद छोड़ दिया।उन्होंने कहा पटेल ने देश के नागरिकों में जाति धर्म का कभी भेदभाव नही किया।इससे पूर्व मुख्य अतिथि औलख, महासभा के प्रदेशाध्यक्ष अनुपम कुमार पटेल, जिलाध्यक्ष डा.नंदन प्रसाद पटेल, पालिकाध्यक्ष चित्रक मित्तल आदि ने दीप प्रज्ज्वलित व सरदार पटेल के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का संयुक्त रूप से शुभारंभ किया।इस मौकें पर ओमप्रकाश आर्य,डा.केबी सिंह,दिगपाल गंगवार,संजीव गंगवार, बाबूराम गंगवार,उमेश कुमार गंगवार,केहरी सिंह, देवेन्द्र पाल गंगवार, टेकचंद गंगवार, भागीरथ सिंह गंगवार,नरेंद्र सिंह गंगवार, रामसिंह, अशर्फीलाल गंगवार, ज्ञानेंद्र खंदारी आदि मौजूद रहे।