ऑटोमैटिक गेटवे परियोजना का डीएम ने निरीक्षण किया
घटिया निर्माण समाग्री पर फटकार लगाई,जांच के आदेश
बिलासपुर।उत्तर प्रदेश की पहली ऑटोमैटिक गेटवे परियोजना का डीएम जोगिंदर सिंह ने शनिवार को औचक निरीक्षण किया।एसपी विद्यासागर मिश्र के साथ पहुंचे डीएम ने डीपीआर और निर्माण सामग्री की जांच की।निर्माण सामग्री मानकों के विपरीत पाई गई। डीएम ने तुरंत इसे हटाने और मानक अनुरूप सामग्री का उपयोग करने के निर्देश दिए।कार्य की गुणवत्ता भी घटिया पाई गई। डीएम ने तकनीकी टीम को जांच कर तत्काल रिपोर्ट देने को कहा। उन्होंने चेतावनी दी कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्यदायी संस्था पर कार्रवाई की जाएगी।यह 10.56 करोड़ रुपए की परियोजना है। इसमें टॉप हिंग्स ऑटोमेटिक गेट बनाए जाएंगे। बाढ़ के दौरान नदी में जलस्तर बढ़ने पर ये गेट स्वचालित रूप से सक्रिय होंगे।भाकड़ा वियर का यह आधुनिकीकरण बिना सेंसर, बिना बिजली और बिना मैनपावर के होगा।यह सिर्फ पानी के दबाव से संचालित होगा।डीएम ने बताया कि इस परियोजना से नहरों में जरूरत के अनुसार पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इससे किसानों को सिंचाई के लिए निर्बाध पानी मिलेगा।डीएम ने एसडीएम अनुराग सिंह और अधिशासी अभियंता नवीन कुमार को नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं।