जनपद रामपुर में बिना फायर एनओसी के चल रहे हैं नर्सिंग होम
– कभी भी घट सकती है अग्नि की घटना
– शहर से कस्बों तक संचालित नर्सिंग होम नियम और कानून को ताक पर
रामपुर: शहर से कस्बों तक संचालित नर्सिंग होम नियम और कानून को ताक पर रखकर संचालित हो रहे हैं। दर्जनों की संख्या में नर्सिंग होम बिना फायर एनओसी के संचालित हैं, जिन नर्सिंग होम में जो फायर फाय¨टग उपकरण लगे हैं उनकी भी जांच सालों से नहीं हुई। गनीमत है कि अस्पतालों में आग लगने जैसी घटनाएं नहीं घटी। अब सीएमओ ने फिर से नर्सिंग होम में मानकों की पड़ताल शुरू की है।
जिला अस्पताल समेत तमाम निजी अस्पतालों में भी आग लगने की दशा में उस पर काबू पाने के लिए मुकम्मल इंतजाम नहीं हैं। पानी की व्यवस्था तो दूर कई निजी अस्पताल ऐसे हैं जहां अग्निशमन की गाड़ी भी नहीं पहुंच सकती। अग्निशमन विभाग से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लिए बिना ही अस्पताल और नर्सिंग होम चल रहे हैं। अस्पतालों में प्राथमिक अग्निशमन उपकरण रखे जरूर गए हैं लेकिन कम ही अस्पताल हैं जिनके कर्मचारियों को इसे चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है। कभी किसी अस्पताल में आग लगने जैसी घटना हुई तो शत प्रतिशित मरीजों को बचाया जा सकता है इसका दावा नहीं है।
जिले में जिला चिकित्सालय और महिला जिला चिकित्सालय के अलावा 270 से अधिक निजी व सरकारी अस्पताल हैं। सीएमओ कार्यालय के दस्तावेज के अनुसार जिले में मात्र 40 नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन है और तमाम ऐसे निजी अस्पताल हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के भी चल रहे हैं। अकेले जिला अस्पताल में ही प्रतिदिन एक हजार से 15सौ मरीज और उनके तीमारदार आते हैं। महिला चिकित्सालय में भी तीन सौ से चार सौ मरीज प्रतिदिन आते हैं। जिला अस्पताल की दो मंजिला बिल्डिंग में भी आग जनी जैसी घटना से निबटने का कोई खास इंतजाम नहीं है। अग्निशमन के लिए पानी टैंक, फायर एलार्म जैसी सुविधाएं नहीं है। शहर में कई ऐसे गलियां है जहां नर्सिंग होम खुले हैं, जहां आसानी से अग्निशमन की गाड़ियां भी नहीं पहुंच सकती। मुख्य अग्निशमन अधिकारी अंकुश मित्तल का कहना है कि जिले में किसी भी अस्पताल के पास फायर ब्रिगेड से एनओसी जारी नहीं की गई है। एनओसी के लिए जो मानक हैं वह किसी ने भी पूरा नहीं किया है। जिला अस्पताल में पानी का टैंक और फायर एलार्म की व्यवस्था कराने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र लिखा गया है।
क्या बोले सीएमओ
जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में फायर सुविधा के उपकरण लगे हैं, लेकिन इनकी नियमित जांच हो इसके लिए मुख्य अग्निशमन अधिकारी को लिखा गया है। जो कमियां है उन्हें ठीक कराएंगे। नर्सिंग होम संचालकों को हमने नोटिस देकर फायर फाइ¨टग की सुविधा और फायर एनओसी लेने के लिए आदेश जारी किए है। बिना सुविधा के जिले में नर्सिंग होम चलने नहीं दिए जाएंगे। -डॉ. सत्य पाल सिंह