रामपुर । मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत जनपद में 5776 बालिकाओं को विभिन्न श्रेणियों में आर्थिक लाभ प्रदान किया जा रहा है।
महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस योजना के माध्यम से बालिकाओं को उनकी बेहतर देखभाल के साथ-साथ प्राथमिक एवं उच्च शिक्षा के स्तर को व्यवस्थित बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार मादड़ और मुख्य विकास अधिकारी सुश्री गजल भारद्वाज द्वारा नियमित रूप से मानिटरिंग के परिणाम स्वरूप जनपद में इस योजना को बेहद प्रभावी ढंग से लागू कराया जा रहा है। जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री लवकुश भार्गव ने बताया कि बालिकाओं के आर्थिक, सामाजिक एवं पारिवारिक सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से संचालित इस योजना का लाभ छह अलग-अलग श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। वर्तमान में जनपद में प्रथम श्रेणी के अंतर्गत 2378, द्वितीय श्रेणी में 2296, तृतीय श्रेणी में 562, चतुर्थ श्रेणी में 228, पांचवीं श्रेणी में 182 और छठी श्रेणी में 130 लाभार्थी हैं। इन सभी लाभार्थियों को वर्ष 2019 से अब तक 1.30 करोड़ रुपए की धनराशि अमुक्त की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में 2795, वर्ष 2020-21 में 180 तथा वर्ष 2021-22 में अब तक 2801 लाभार्थियों को चिन्हित करके उनके आवेदन पत्र शासन को जरूरी कार्यवाही के लिए अग्रसारित किए जा चुके हैं और लाभ दिलाया जा रहा है।
समाज में प्रचलित कुरीतियां एवं भेद-भाव जैसे कन्या भ्रूण हत्या, असमान लिंगानुपात, बाल विवाह एवं बालिकाओं के प्रति परिवार की नकारात्मक सोच जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण प्रायः बालिकायें/महिलायें अपने जीवन, संरक्षण, स्वास्थ एवं शिक्षा जैसे मौलिक अधिकारों से वंचित रह जाती हैं। इन सामाजिक कुरीतियों को दूर करने हेतु सरकारी और गैर-सरकारी स्तर पर निरन्तर प्रयास भी किये जा रहे हैं। इस परिवेश के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के रूप में नई पहल की गयी है। राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं एवं महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ विकास हेतु नये अवसर प्रदान करने के लिए यह योजना संचालित की जा रही है। इसके फलस्वरूप जहाँ एकतरफ कन्या भ्रूण हत्या एवं बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के रोकथाम के प्रयासों को बल मिल रहा है वहीं दूसरी ओर बालिकाओं को उच्च शिक्षा व रोजगार के अवसरों की ओर बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहे हैं।