माननीय राज्यपाल और माननीय मुख्यमंत्री जी से प्रशस्ति पत्र प्राप्त करके तरन्नुम बी बेहद खुश हैं और बताती हैं कि इस मंच के माध्यम से सम्मान प्राप्त करके स्वयं को काफी भाग्यशाली और गौरवान्वित महसूस कर रहीं है।
उन्होंने बताया कि अब वे जिलाधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में और अधिक उत्साह के साथ केंद्र के माध्यम से आयोजित गतिविधियों को अमली जामा पहनाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राजेश कुमार ने बताया कि पोषण अभियान के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकत्री तरन्नुम बी ने लगभग 1804 आबादी के सर्वे पर कार्य किया जा रहा है जिसमें 44 गर्भवती/धात्री महिलाएं, 104-07 माह से 03 वर्ष के बच्चे, 55-03 से 06 वर्ष के बच्चे, 29 स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाएं पंजीकृत है। अपने सर्वे के लाभार्थियों विशेषकर बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को कोविड से बचाव हेतु उनका नियमित टीकाकरण कराया गया तथा उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच वीएचएसएनडी दिवस के अवसर पर करायी गयी। कुपोषित बच्चों के कोविड-19 बीमारी के प्रति अधिक सुभेद होने के कारण उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच के साथ साथ उन्हें विभागीय पोषाहार तथा घर पर बने पौष्टिक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए ऐसे बच्चों के लिए विशेष प्रयास किये गये।
अपने सर्वे के चिन्हित 11 अतिकुपोषित/सैम बच्चों का चिन्हांकन करते हुए उनके परिवारों को उचित पोषण परामर्श दिया गया तथा इन बच्चों की नियमित स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण सुनिश्चित किया गया जिसके फलस्वरूप इनमें से 04 बच्चों में सुधार कर के उन्हें मध्यम कुपोषित श्रेणी में लाया गया इसके अतिरिक्त चिन्हित 22 मध्यम कुपोषित बच्चों में से 16 बच्चों को सुधार कर उन्हें सामान्य श्रेणी में लाया गया। संभव अभियान के अन्तर्गत 04 अतिकुपोषित/ सैम बच्चों का चिन्हांकन किया गया तथा उसमें से 01 अतिगम्भीर बच्चे को पोषण परार्मश एवं उचित खानपान के द्वारा मध्यम कुपोषित श्रेणी में सुधार किया गया ।
इनके द्वारा आंगनबाड़ी के लाभार्थियों विशेषकर कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के घर पर पोषण वाटिका बनाने में सहयोग किया गया तथा पोषण वाटिका के माध्यम से स्थानीय हरी सब्जियों एवं फलों के उपयोग करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इनके द्वारा कोविड-19 के दौरान निरन्तर गृह भ्रमण/ सर्वे करते हुए कोविड के प्रति लोगों को जागरूक किया गया तथा कोविड से बचाव के बारे में भी लोगों को बताया गया।
इनके प्रयासों से इन्होंने अपने सर्वे के 450 व्यक्तियों द्वारा नजदीकी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र काशीपुर पर जाकर कोविड टीकाकरण कराया गया। कोविड-19 के दौरान सर्वे लगभग 315 कोविड स्वास्थ्य की जांच करायी गयी। कोविड-19 के दौरान बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के इस बीमारी के प्रति अधिक सुभेद होने के कारण उनके पोषण स्तर को अच्छा बनाये रखने हेतु उन्हें उचित पोषण परामर्श देने के साथ साथ उन्हें विभागीय ड्राई राशन की उपलब्धता भी उनके घर पर सुनिश्चित करायी गयी।
कोविड-19 के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के घर पर नियमित गृह भ्रमण किया गया तथा उन्हें टीकाकरण, जांच, उचित खानपान, साफ सफाई एवं मास्क एवं सेनेटाईजर का नियमित प्रयोग करने आदि के बारे में जागरूक किया गया।