मौत की शराब: सिस्टम की ढील से पनप रहा अवैध शराब का धंधा
– एक ही भट्टी को बार बार नष्ट कर कार्यवाही को मीडिया में दिखाते हैं आबकारी विभाग रामपुर 

रामपुर । तस्करी रोकने को नहीं किए जाते कड़े उपाय ग्रामीण क्षेत्रों में चलता है आबकरी विभाग की मिलीभगत से अवैध शराब का धंधा अब से नहीं कई वर्षों से फल-फूल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में मिलीभगत से शराब का अवैध धंधा चलता है। यही वजह है कि शराब तस्करों के हौसले बुलंद हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जंगल और खेतों में शराब की भट्ठियां सुलगती हैं। बिलासपुर क्षेत्र में भाखड़ा नदी का किनारा अब से नहीं कई वर्षों से कच्ची शराब के लिए बदनाम है। आबकारी विभाग भी अच्छी तरह जानता है कि कौन इस धंधे को कर रहा है और किसकी भट्ठी कहां सुलग रही है। पहले से शराब माफिया पर शिकंजा नहीं कसा जाता। आबकारी विभाग एक ही शख्स की भट्ठी को बार-बार जाकर तोड़ती है। कुछ समय बाद वह भट्ठी पुन: स्थापित हो जाती है। ऐसे में साफ है कि प्रभावी कार्रवाई नहीं होती वरना शराब की भट्ठी बार-बार नहीं सुलगती। मुसराफ गंज, सिर्सखेड़ा, राम नगर जैसे गांव शराब के अवैध कारोबार के लिए पुलिस की हिट लिस्ट में रहते हैं, फिर भी यह धंधा नहीं रुकता। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि विभाग कानून के हिसाब से काम करता है, हमारी कोशिश यही रहती है कि कहीं भी कच्ची शराब न बिक पाए। इसके लिए समय-समय पर छापे मारे जाते हैं और शराब बनाने का जो सामान बरामद होता है उसे नष्ट कर दिया जाता है, ताकि अवैध शराब बनाने वाले उसका उपयोग फिर से न कर पाएं। शासन ने आबकारी नीति निर्धारित की है उसके अनुसार विभाग काम कर रहा है। शराब नीति का पालन कराने के लिए विभाग संकल्पित है। सिर्फ मुकदमे तक सीमित कार्रवाई
अवैध शराब के मामले में पुलिस मुकदमे दर्ज करती है, लेकिन यह कार्रवाई प्रभावी नहीं होती। जिस आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है उसे जमानत भी जल्दी मिल जाती है। सोचने वाली बात है कि रामपुर जनपद में 16 थाने हैं जिनमें 354 मुकदमे एक वर्ष में अवैध शराब से संबंधित दर्ज किए गए। आंकड़ों से साफ है कि बड़े पैमाने पर अवैध शराब की बिक्री की जा रही है।
मुसर्फ गंज में आज तक बंद नहीं हुआ कारोबार:
बिलासपुर क्षेत्र का गांव मुसरफ गंज ऐसा है जहां अवैध शराब का धंधा कभी बंद नहीं होता। आबकारी पुलिस बार-बार जाकर शराब पकड़ती है, लेकिन फिर वही स्थिति हो जाती है। इस गांव में दविश के दौरान कई बार विवाद की स्थिति बन गई थी, लेकिन आज तक इसको आबकारी विभाग बंद नहीं करा पाया। लोग पकड़े गए और फिर जेल से छूट कर आ गए तथा पुन: कारोबार शुरू कर दिया।
राम नगर में बिकती शराब
बिलासपुर शहर के डांडिया जंगल में अवैध शराब की बिक्री होती है। आबकारी पुलिस अच्छी तरह जानती है कि तमाम घरों में यह धंधा चल रहा है, लेकिन यह आज तक नहीं रुक पाया। यहां के कई घरों में कच्ची शराब बनाई जाती है। शहर किनारे जंगल में भट्ठियां सुलगती हैं।