विज्ञापन के लिए भीख मांगने को मजबूर हैं पत्रकार
रामपुर। कलम के सिपाही उस सफाई मजदूर से भी बदतर जिन्दगी जी रहे हैं। रामपुर के वरिष्ठ पत्रकार एवम् प्रेस क्लब बिलासपुर (रजि.) के अध्यक्ष जयदीप गुप्ता ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वे स्वयं श्रम विभाग के क्रियाकलापों पर नजर रखें और श्रम विभाग को आदेश दें कि विभाग श्रम कानूनों के तहत वेतन नहीं देने वाले अखबार के मालिकों के विरुद्ध प्रदत्त कानून के तहत मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में मुकदमा दर्ज करें। जयदीप गुप्ता अध्यक्ष प्रेस क्लब बिलासपुर (रजि.) का कहना है कि अखबार के मालिक कानून की छड़ी की ही भाषा समझते हैं।
सरकार का घाटा : पूरे उत्तर प्रदेश में बड़े-बड़े अखबारों के संवाददाताओं के विज्ञापन संग्रह में जुट जाने से सारे अखबारों की विश्वसनीयता खत्म होती जा रही है। यह सरकार के मुखिया के लिए घातक है। जब अखबार पेड न्यूज बन जाए तो सरकार को अपने राज्य में घट रही घटनाओं की सही तस्वीर नहीं मिल सकेगी। वरिष्ठ पत्रकार एवम प्रेस क्लब बिलासपुर (रजि.) जयदीप गुप्ता ने मुख्यमंत्री से इस प्रकरण में पूरे राज्य में निगरानी विभाग से जांच कराने की भी मांग की है। उनका कहना है कि सरकार पहले निगरानी विभाग से इस तथ्य की पुष्टि कर ले और फिर इस मामले में कठोरतम न्यायोचित कार्रवाई करे।