*राज्यमंत्री, शहर विधायक और नोडल अधिकारी की उपस्थिति में हुआ वृहद पौधरोपण कार्यक्रम।*
*”एक पेड़ मां के नाम” थीम के साथ सभी ने लगाए पौधे।*
“एक पेड़ मां के नाम” थीम के साथ जिले में आमजन की सहभागिता कराते हुए शासन द्वारा निर्धारित 26 लाख 40 हजार पौधरोपण का लक्ष्य पूरा किया गया।
राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख, प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं जनपद के नोडल अधिकारी श्री सुभाष चंद्र शर्मा, रामपुर शहर विधायक श्री आकाश सक्सेना, जिलाधिकारी श्री जोगिंदर सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री विद्यासागर मिश्र और मुख्य विकास अधिकारी श्री नंदकिशोर कलाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी विकासखंड क्षेत्र चमरौआ के अंतर्गत स्थित रेवती नदी के तट पर और विकास खंड मिलक के ग्राम पंचायत क्योरार में चिन्हित वृहद पौधारोपण स्थल पर पहुंचकर आमजन के साथ पौधरोपण किया।
इस दौरान सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने अपनी मां के नाम से पौधे लगाए और स्थानीय लोगों को भी पौधे लगाकर उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित किया।
रेवती नदी को पुनर्जीवित करके उसे मूल स्वरूप में लाया गया है और नदी के तट पर बड़े स्तर पर पौधरोपण करने का उद्देश्य यही है कि नदी के तट के कटान को रोका जा सके तथा स्वच्छ तथा सदानीरा के रूप में नदी हमेशा प्रवाहित होती रहे।
रेवती नदी के तट पर 20 हजार और क्योरार में 12 हजार पौधरोपण किए गए।
राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार आज पूरे प्रदेश में व्यापक स्तर पर पौधरोपण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज छायादार पौधे लगाते थे जिससे बेहतर प्राकृतिक माहौल मिलता था। आज सरकार द्वारा मनरेगा के अंतर्गत ग्राम पंचायत को इन सभी प्राकृतिक अनुकूल कार्यों को करने के लिए सक्षम बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण जैसे महत्वपूर्ण कार्य में जन भागीदारी सर्वाधिक महत्वपूर्ण है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति अपनी मां के नाम कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए तथा पौधा लगाने के उपरांत उस पौधे की देखभाल की भी जिम्मेदारी लें।
उन्होंने जिला वन अधिकारी से कहा कि वह फलदार पौधों की नर्सरी तैयार कराकर किसानों को पौधे वितरित करें ताकि किसान अपने खेत की मेड़ों पर फलदार पौधे लगा सकें।
माननीय विधायक रामपुर शहर श्री आकाश सक्सेना ने कहा कि 12 किलोमीटर से अधिक लंबी रेवती नदी जो पूर्व में पूरी तरह से विलुप्त हो चुकी थी, आज उसे नया जीवन दिया गया है। यह बहुत बड़ा काम है इससे नदी के आसपास बसे गांव के लोगों को बाढ़ जैसी समस्याओं से निपटने में मदद मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि नदी के किनारे लगाए गए पौधों की देखभाल और सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जाए।
प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण/नोडल अधिकारी श्री सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार के 35 करोड़ पौधों रोपण के लक्ष्य में रामपुर भी अपना अग्रणी एवं महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रहा है। प्रकृति के साथ मनुष्य का जुड़ाव सदियों से रहा है।
प्रकृति के संरक्षण के बिना जीवन संभव नहीं है इसलिए यदि हम सभी ने प्रकृति का बचाव नहीं किया तो हमारे जीवन का अस्तित्व भी संकट में पड़ जाएगा। हमारे धार्मिक एवं सांस्कृतिक क्रियाकलाप और पारंपरिक संस्कार इन्हीं पेड़ों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने पीपल, आंवला, वट वृक्ष आदि के प्राकृतिक और औषधीय महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि हम सभी को इन पेड़ों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। पेड़ों को काटकर विकास करना और विभिन्न तरीकों से प्रकृति को नुकसान पहुंचाना वास्तव में धारणीय विकास नहीं हो सकता। नोडल अधिकारी गांधी समाधि स्थल पर भी पहुंचे, जहां उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की और इसके बाद गांधी समाधि स्थल के निकट निर्धारित स्थल पर पौधरोपण किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम मुहिम से प्रत्येक व्यक्ति जुड़े और अपने आसपास कम से कम एक पौधा जरूर लगाए।
ग्राम पंचायत की सुंदरता वहां उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ वहां के आकर्षण पेड़ पौधों से होती है।
यह अभियान हम सभी की प्रकृति के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी का एहसास कराता है।
इसी दौरान राज्यमंत्री, नोडल अधिकारी और जिलाधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों ने क्योरार में 35 लाख रुपए की लागत से बनाए गए अंत्येष्टि स्थल का हुई लोकार्पण किया।
जिला वन अधिकारी श्री राजीव कुमार ने बताया कि वृहद पौधारोपण के अंतर्गत कदम, शीशम, अर्जुन, जामुन, आंवला, अमरुद, नींबू, सागौन, चक्रेशिया, पीपल, बरगद, पाकड़, गुटेल, कोनो कॉरपस, मालश्री, चितवन आदि पौधे लगाए गए।
पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ख्यालीराम लोधी,पूर्व सांसद श्री घनश्याम सिंह लोधी अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री हेमसिंह, एसडीएम सदर श्रीमती मोनिका सिंह, एसडीएम मिलक श्री राजेश कुमार, खंड विकास अधिकारी चमरौआ श्रीमती निहारिका जैन, खंड विकास अधिकारी मिलक श्री धीरेंद्र पाल सिंह चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।