उद्योगों से जुड़े कानूनों में व्यभारिकता लाई जाए- श्रीष गुप्ता
केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने उद्योगों का विकास करने की नीयत तो बनाई है,लेकिनकानूनी बाध्यताएं एवं सरकारी औपचारिकतायें कम किये जाने की आवश्यकता है।सरकार नई उद्योग नीति लाई है, नई सब्सिडी योजनाएं लाई जा रही है,लेकिन कानून सख्त किये जा रहे है जिससे कि उद्योग जगत् में भय का वातावरण बन रहा है ।इंस्पेक्टर राज ओर भरष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। रोज के सर्वे छापो से उद्योग जगत परेशान है। उद्योगपति तनाव में है ।
आज आई आई ए की रुद्रपुर के होटल सोनिया में आयोजित मासिक मीटिंग में आई आई ए रामपुर चैप्टर के चेयरमैन श्रीष गुप्ता ने यह विचार रखे।
मीटिंग में उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह के समक्ष रामपुर के उद्योगो की जो समस्याएं रखी गईं।इनके बारे में सभा को बताया गया।
प्रमुख सचिब द्वारा उन समस्याओं से समाधान की प्रकिर्या प्रारंभ भी कर दी गई है। ज्ञातव्य है कि प्रमुख सचिव के सामने श्रीष गुप्ता ने इंदुस्ट्रिल एरिया, विजली की दरें,भरष्टाचार ,वुड विनियर इंडस्ट्री की समस्याएं वीरेंद्र जिंदल एवं मेंथा उद्योग की समस्याएं अरविंद नंदा ने ज्ञापन के माध्यम से विस्तार से रखी थी।
आई आई ए के संरक्षक ई एस के गुप्ता ने अपने उदबोधन में आई आई ए रामपुर चैप्टर की कार्यप्रणाली की एवं चेयरमैन श्रीष गुप्ता की तारीफ की ओर कहा कि इस फोरम के माध्यम से काफी समस्याओं का त्वरित समाधान हो रहा है।जिलाधिकारी काफी प्रयास कर रहे है।
राम रक्ष पल यादव ने सदस्यों से अपने बात शासन प्रशासन से निर्भीकता से रखने को कहा।
अरविंद नंदा ने एक जी एस टी पर सेमिनार कराने का प्रस्ताव रखा।जिस पर अगली मीटिंग में श्रीष गुप्ता ने कराने की घोषणा की।
वीरेंद्र जिंदल ने जी एस टी से संवंधित समस्याएं रखी।
सचिब मनोज गर्ग ने सदस्यों से अपनी औद्योगिक समस्याएं देने को कहा जिससे कि उद्योग बंधु की मीटिंग में उनका समाधान कराया जा सके। मीटिंग में 10 नए सदस्यों को सदस्यता भी प्रदान की गई।
वाईस चेयरमैन आदर्श अग्रवाल ने सभी सदस्यों से संगठन को मजबूत करने का आवाहन किया ।विपिन कुमार ने कहा कि उद्योगो के लिए ये समय चुनोतिपूर्ण है इसका सामना संगठन को मजबूत कर के किया जा सकता है। मीटिंग में सदस्यों ने बिजली, जी एस टी,आर टी ओ विभाग, मंडी आदि विभागों की समस्याएं रखी। उनको उद्योग बंधु की मीटिंग में रखा जाएगा। मीटिंग में संरक्षक एस के गुप्ता ने आई आई ए का एक कार्यालय बनाने का प्रस्ताव रखा। जिसका सभी सदस्यों ने स्वागत किया।
संचालन व्योम वार्ष्णेय ने किया।
मीटिंग में अतुल गोयल,जयदीप ढिल्लों,संजय अग्रवाल, रोहित गोयल,मनोज गुप्ता, अजय अग्रवाल, विनय बंसल, हेमंत गर्ग, रमेश अग्रवाल,सचिन गर्ग,मुन्नन खान,नरेश सिंघल,शंकर केडिया,सरदार हरजिंदर सिंह,गार्गी सरदाना,अंकित अग्रवाल,विनीत अग्रवाल,भास्कर ,रामकुमार अग्रवाल, तुषार गुप्ता नीलाभ अग्रवालआदि उद्योगपति शामिल रहे।

