वेट के पुराने बकाए में बैंक खाते सीज नही किये जायें – श्रीष गुप्ता
आज आई आई ए के प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर, चेयरमैन श्रीष गुप्ता के नेतृत्व में डी सी ,जी एस टी , संदेश जैन को ज्ञापन देकर मांग की कि 10 से15 बर्ष पुराने वैट के बकाए निकाल कर उधोगों के बैंक खाते सीज किये जा रहे है। वैट 2017 से पूर्व लगता था ,खाते सीज करने से पूर्व कोई नोटिस तक नही दिया जा रहा।
कुछ केसों में उद्योगपति वैट की मांग राशि जमा कर चुके है ,उनके पास बैंक की जमा की रसीद है,फिर भी यह मनमानी की जा रही है । हद यह है कि इसकी कोई पूर्व सूचना भी नही दी जा रही ,इस से उद्योगपति के चेक बाउंस हो जा रहे है ,इससे व्यापारी की साख पर भी प्रभाव पड़ रहा है। उसका माल नही आ पा रहा , यह समय त्योहार का है ,बाजार में मांग अधिक है ,यही समय चुना गया है, इस समय लगभग 60 % कच्चा माल खरीदा जाता है,उद्योगो को परेशान किया जा रहा है ।कुछ केसों में उद्योगपति की मृत्यु हो चुकी है ,केस निस्तारित हो चुका है तब भी उसकी फर्म के खाते सीज हो रहे है।
सरकार से भी मांग की गई है कि अधिकारियों को टैक्स बसूली का बड़ा लक्ष्य देना बंद किया जाए ,उससे भी अधिकारी दवाब में नाजायज कार्यवाही करने को मजबूर हो रहे है।
जी एस टी विभाग की कार्यप्रणाली से उद्योगों में रोष दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है ,अगर इस तरह उद्योगों का उत्पीड़न बंद न किया गया तो इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन कोई बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होगी।
आई आई ए के सुझाव हैं कि यदि कोई वैट का बकाया है तो उतनी ही राशि अधिक से अधिक होल्ड करवा दी जाए।
टैक्स पेयर को 1 सप्ताह का समय स्पस्टीकरण हेतू दिया जाना चाहिए,
वैट के बकाए के नोटिस के जवाब के लिए ऑन लाइन सुविधा मिलनी चाहिए।
डी सी संदेश जैन से सभी समस्याओं को सद्भावना एवं गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि रामपुर में ऐसी कोई समस्या आये तो मुझे सूचित किया जाए ,विभाग तुरंत ही समस्या का निदान करने का प्रयास करेगा।
प्रतिनिधि मंडल में पूर्व चेयरमैन एस के अग्रवाल , वाईस चेयरमैन मनोज गुप्ता, ट्रेजरार अजय अग्रवाल सी ए , प्रदीप गुप्ता, विपिन कुमार, अंकुर रस्तोगी शामिल हुए।