मंडलायुक्त से औद्योगिक समस्याओं पर विस्तार से चर्चा
मुरादाबाद।संयुक्त आयुक्त उद्योग के तत्वावधान में मंगलवार को उद्योगपतियों का एक प्रतिनिधिमंडल मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह से मिला।इस दौरान आयोजित बैठक में अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से उत्पन्न स्थिति एवं अन्य औद्योगिक समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई।बैठक का उद्देश्य भारत सरकार एवम प्रदेश सरकार से क्या राहत उद्यमिओं को दी जा सकती है इस पर सुझाब उद्यमिओं निर्यातकों से मांगे गए।आई आई ए रामपुर चैप्टर के चेयरमैन श्रीष गुप्ता के नेतृत्व में निर्यातकों की समस्याओं को विस्तार से रखा।रामपुर के निर्यातक अरविंद नंदा ने जी एस टी में एच एस एन कोड़ सिंथेटिक ओर नेचुरल मेंथॉल के लिए अलग अलग बना दिये गए है परंतु डव्लू सी ओ में सम्मिलित नही किया गया।जीएसटी की दरें अभी तक अलग अलग नही की गई।इंटरेस्ट सबमेंशन जोकि एम एस एम इ निर्यातकों के लिए मिलता था वो अब नही मिल रहा है।उद्यमी अमृत कपूर ने भी अन्य सुविधाएँ टैक्स मे, इंटरेस्ट में, रोड टेप आदि सुविधाएं निर्यातकों को देने की मांग की जिससे कि इस समस्या का सामना किया जा सके।निर्यातक संचित गुप्ता ने अमेरिका के निर्यात पर अतिरिक्त इंसेंटिव,ई सी जी सी कवरेज सब्सिडरी,भाड़े आदि में छूट,पी एल आई स्कीम का लाभ आदि देने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया।आईआईए के चेयरमैन श्रीष गुप्ता ने इस समय टैरिफ की समस्या के बीच अन्य सरकारी विभागों द्वारा सर्वे छापों, सरकारी धन की डिमांड का दवाब, म्युनिसिपल टैक्स आदि के दवाब को न बनाने के निर्देश कमिश्नर से जारी करने का आग्रह किया।मंडल में उद्यमिओं को कम बिजली आपूर्ति का मुद्दा उठाया,इसके अलावा बड़ी इंडस्ट्री की भूमि के बीच गूल आदि की सरकारी भूमि के बदले बजाय उसी गांव के जिले में कही भी भूमि देने की सुविद्या देने का विषय रखा।बैंकों द्वारा निर्यातकों पर लोन वापस करने का अनावश्यक दवाब बनाया जा रहा है उस पर भी निर्देश जारी करने का प्रस्ताव रखा।मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने सभी सुझाब ध्यान पूर्वक सुने ओर आवश्यक निर्देश जारी करने के निर्देश दिए और कहा कि सारे सुझाव सरकार को भेजे जाएंगे और यथा सम्भव सहायता दिलवाने के प्रयास किये जायेंगे
मीटिंग में मंडल के सभी जिलों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया।बैठक में आईआईए के डिवीजनल चेयरमैन विकास अग्रवाल ने पूरे मंडल की सभी औद्योगिक समस्याओं को विस्तार से रखा एवं कांवर के दिनों में पूरी इंडस्ट्री लगभग बंद रहने का मुद्दा उठाया।