-कार्यक्रम में एक्पर्ट्स ने साझा किये अपने अनुभव एवं निर्यात से सम्बंधित विभिन्न योजनाएं
-विशेषज्ञ बोले सरकार और उद्यमियों के आपसी तालमेल से मिलेगी इंडस्ट्री व निर्यात को रफ़्तार
रामपुर- केंद्र सरकार भारत से निर्यात बढ़ाने पर जोर दे रही है और निर्यात में वृद्धि करने की दिशा में निर्यातकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। मौका था भारत की अपैक्स ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो), ई सी जी सी लिमिटेड, व्याना ट्रैड एक्सचेंज व रामपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के द्वारा आयोजित निर्यात प्रोत्साहन संवर्धन कार्यक्रम का जो कि दिन बुधवार 12 जून 2024 को जनपद रामपुर के एक होटल में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर के किया, इस मौके पर श्री मुकेश कुमार उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र, श्री संदीप व्यास शाखा प्रबंधक ई सी जी सी, श्री अरविंद नंदा पूर्वअध्य्क्ष रामपुर चैंबर, श्री विपिन कुमार चेयरमैन आई आई ए, श्री श्रीश गुप्ता, अध्यक्ष होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन, एवं श्री आलोक श्रीवास्तव सहायक निदेशक फियो, श्री सुशील यादव सहायक निदेशक, एम एस एम ई, श्री सुदीप सक्सेना उपाध्यक्ष व्याना ट्रेड एक्सचेंज, व अन्य अतिथि मौजूद रहे ।
सुनहरा दिख रहा है निर्यात का भविष्य
कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने संबोधन में बताया कि किसी भी देश के आर्थिक विकास में निर्यात की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। निर्यात कि दृष्टि से भारत का निर्यात प्रदर्शन लगातार बढ़ रहा हैं जिसमे उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है और निर्यात भविष्य भी सुनहरा दिख रहा है। जिससे देश को आर्थिक गति देने में बल मिलेगा। भारत सरकार अगले कुछ वर्षो में 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के उद्देश्य से अपने विभागों में नीतिगत सुधार कर रही है और निर्यातको को और अधिक सहुलिते कैसे दी जाएं इस पर भी जोर दिया जा रहा है। जिसमे उत्तर प्रदेश का 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य निर्धारित हैं ।
श्री आलोक श्रीवास्तव सहायक निदेशक फियो ने निर्यातकों को दी जा रही निर्यात सम्बन्धित सुविधाओं से अवगत कराया एवं डी जी एफ टी भारत सरकार के द्वारा निर्यात में प्रदान की जा रही विभिन्न योजनाओं में बारे में बताया एवं जिला निर्यात हब योजना के अंतर्गत निर्यात बढ़ाने व नए बाजार उपलब्ध कराने, ब्रांडिंग, अन्य विषयों पर चर्चा की जिसे निर्यातकों ने उपयोगी कहा एवं उनके सवालो के जवाब भी दिये जिससे निर्यातक सन्तुष्ट हुए। श्री आलोक ने यह भी बताया कि ऑस्ट्रेलिया व संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत ने मुक्त व्यापार समझौते करने के बाद यूरोप, इंग्लैंड, कनाडा से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर पर बात की जा रही है जिससे निर्यातकों को नए अवसर व बाजार तलाशने में मदद मिलेगी, इन एग्रीमेंट से प्रदेश के निर्यातकों के लिए नए वैश्विक बाजार खुल जायेंगे। रामपुर जनपद का कुल निर्यात लगभग 2 हजार 107 करोड़ रुपये रहा वित्तीय वर्ष 2023-2024 में हुआ।
श्री मुकेश कुमार उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र ने उद्योग निदेशालय के द्वारा चलाई जा रही निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं एवं उत्तर प्रदेश निर्यात नीति व उनके लाभ के बारे में सभी उद्यमियों व निर्यातकों को जानकारी प्रदान की जनपद में नए उद्यम स्थापित करने व उनके लाभ के बारे में चर्चा की एवं पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन भी दिया ।
श्री अरविंद नंदा ने सभी उद्द्मियो व अतिथियों का स्वागत किया एवं इस तरह के आयोजन होते रहने की इच्छा भी जतायी जिससे नये उद्द्मियो को निर्यात करने में दिशा मिलेगी और निर्यात में जनपद से वृद्धि हो सके । श्री नंदा ने इस बात पर भी जोर दिया कि यदि सिंथेटिक मेंथोल के आयात पर प्रतिबंध नही लगाया तो आने वाले 5 वर्षों में ये उद्दोग समाप्त हो जाएगा इसके अतिरिक्त इस उदोग को मिलने विद्युत आपूर्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने अधिकारियों से 24 घंटे आबद्ध आपूर्ति निश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि इस उद्योग के संवर्धन के लिए प्रोत्साहन स्वरूप सरकार की ओर से जितने भी कदम उठाए गए वे सराहनीय है ।
श्री विपिन कुमार चेयरमैन IIA, ने अपने संबोधन में बताया कि निर्यात में दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी बहुत से उद्द्मियो व निर्यातकों में ना हों पाने की वजह से लाभ नही ले पा रहे है । इस तरह के कार्यक्रम से निर्यातकों को अपने उद्दम मे मदद मिलेगी !
श्री श्रीश गुप्ता अध्यक्ष होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन व महासचिव आई आई ए रामपुर ने अपने सम्बोधन में उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 के ससमय क्रियान्वयन करने की बात कही जिससे रामपुर जनपद में सेवा छेत्र से जुड़े होटल व अन्य इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा और उद्द्मियो का नए होटल एवं अन्य संस्थानों खोलने की तरफ अग्रसर होंगे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश एम एस एम ई नीति को और सुगम बनाने हेतु अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया जिससे सभी को लाभ हो सके।
श्री संदीप व्यास शाखा प्रबंधक, ईसीजीसी लिमिटेड ने ईसीजीसी के विजन और मिशन के बारे में विस्तार से बताया कि निर्यात ऋण बीमा और व्यापार से संबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए भारतीय निर्यात उद्योग को लागत प्रभावी बीमा और व्यापार संबंधी सेवाएं प्रदान करके समर्थन देना है। उपलब्ध संसाधनों का इष्टतम उपयोग करके भारतीय निर्यात बाजार की बढ़ती जरूरतों को पूरा करना। भारत के व्यापार के वैश्वीकरण को प्रोत्साहित करने और सुविधा प्रदान करने के लिए, खरीदारों, बैंकरों और देशों की योग्यता पर समय पर जानकारी प्रदान करके भारतीय निर्यातकों को उनके क्रेडिट जोखिमों के प्रबंधन में सहायता करना, भारतीय निर्यातकों को अप्रत्याशित नुकसान से बचाना, जो खरीदार की विफलता के कारण उत्पन्न हो सकता है पॉलिसी के रूप में लागत प्रभावी क्रेडिट बीमा कवर प्रदान करती हैं।
निर्यात अवसरों का पता लगाने के लिए जरुरी है राज्यों के साथ मजबूत जुड़ाव
इसी क्रम में अधिकारियों ने कहा कि जनपद से निर्यात अवसरों का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए राज्यों के साथ मजबूत जुड़ाव की आवश्यकता है और प्रत्येक जिले को एक निर्यात हब में परिवर्तित करने के दृष्टिकोण के तरफ आगे बढ़ना है। रामपुर में निर्यात कार्यक्रम का उद्देश्य जिले से निर्यात किए गए उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देना है और निर्यात में आने वाले अवसर चुनौतियों ऑनलाइन मोड्यूल के बारे मे बताया गया साथ ही साथ विभागों द्वारा चलायी जा रही निर्यात सम्बंधित जानकारी के बारे मे निर्यातको को अवगत कराया गया और उनके सुझावो पर विशेषज्ञों द्वारा विचार विमर्श किया गया तथा विभागों द्वारा सभी स्तर पर निर्यातकों को प्रदान किये जा रहे सहयोग के बारे में जागरूकता फैलाना और सभी संस्थानों को एक साथ लाना और उन्हें सक्रिय भागीदार बनाना है।
सभी अधिकारियो के द्वारा निर्यात संबंधित सहयोग करने का भी आश्वासन दिया गया । कार्यकम में जिले के 60 से अधिक उद्द्मियो व निर्यातकों ने भाग लिया और कार्यक़म को बहुत ही उपयोगी बताया साथ ही साथ भविष्य में इस तरह के और भी सम्मेलन आयोजित करने की इच्छा जताई।
श्री प्रशांत बिंदल कोषाध्यक्ष, मिंट मैन्युफैक्चरर एक्सपोर्टर एसोसिएशन ने सभी अतिथियों व उद्द्मियो एवं निर्यातकों को कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित किया एवं जनपद रामपुर में निर्यात बढ़ाने पर फ़ोकस भी किया।