श्रीकृष्ण जन्म के इंतजार में मगन हुआ बिल्हौर, घरों और मंदिरों में सजीं झांकियां
जन्माष्टमी आज, कान्हा के स्वागत की तैयारी पूरी
आलोक अवस्थी
बिल्हौर ,बिल्हौर कस्बा सहित तहसील क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके लिए चल रही तैयारियां सोमवार की शाम को पूरी हो गई। प्रमुख बाजारों में पूजन सामग्री और सजावटी सामानों की खरीदारी से चहल-पहल बढ़ गई है। जन्माष्टमी पर्व को लेकर कृष्ण भक्तों में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। भक्तों द्वारा भगवान श्री कृष्ण का उपवास रखकर मंदिरों में पूजा-अर्चना की जाएगी। भगवान श्री कृष्ण को झूला-झूलाया जाएगा। वहीं मंदिरों में भक्तों की जुटने वाली भीड़ को लेकर मंदिर समिति द्वारा तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं। मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया गया है। सर्राफा की दुकानों पर लोग चांदी की भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा, चांदी की बांसुरी की खरीदारी करते दिखे।सर्राफा की दुकानों पर श्रद्धालु चांदी की भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा, बांसुरी की खरीदारी करते दिखे। भगवान श्रीकृष्ण की चांदी की प्रतिमा तीन हजार रुपये से छः हजार रुपये तक बिक रही थी। जबकि चांदी की बांसुरी एक हजार से दो हजार रुपये तक बिक रही थी। जबकि पूजा सामग्री सहित विभिन्न सामानों की खरीदारी किए जाने से बाजारों में चहल पहल रही। इस संबंध में बिल्हौर कस्बा के सर्राफा बाजार स्थित सर्राफा व्यवसायी महेश सर्राफ का कहना था कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर चांदी की भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा, चांदी की बांसुरी कुछ ही पीस बिकती है।जन्माष्टमी पर बन रहे दुर्लभ संयोग
बिल्हौर थाना क्षेत्र के बैडीअलीपुर निवासी पं.दिनेश शास्त्री ने बताया कि अष्टमी सोमवार को सुबह 8.20 बजे लग जाएगी, जो मंगलवार को सुबह 6.35 तक रहेगी। रात नौ बजे से रोहिणी नक्षत्र लग जाएगा। ऐसे में सोमवार को रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होगा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे। ऐसा ही संयोग भगवान कृष्ण के जन्म के समय भी बना था। इस वक्त रोहिणी नक्षत्र और चंद्रमा का वृषभ राशि में होना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है। अगर जन्माष्टमी सोमवार या बुधवार को पड़ जाए तो यह किसी दुर्लभ संयोग की तरह होता है। इन दोनों दिन जन्माष्टमी पड़ने से जयंती योग बनता है जो बेहद शुभ माना जाता है। बताया जाता है कि बुधवार के दिन ही भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इससे छह दिन बाद सोमवार को भगवान कृष्ण का नामकरण हुआ था। बताया कि शुभ योग में व्रत रखने और पूजन अर्चन करने से कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है।
निकाली जाएगी झांकियां
आचार्य पंडित श्री दिनेश शास्त्री ने बताया कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में बिल्हौर कस्बा क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों पर आकर्षक झांकियां निकाली जाएंगी। कार्यक्रम में बाल लड्डू गोपाल जी को मनमोहक एवं भव्य झूले में विराजमान किया जाएगा, जिसे श्रद्धालु दर्शनों के दौरान झूला झुला सकेंगे। उन्होंने कार्यक्रम में श्रद्धालुओं से बढ़-चढ़कर भगवान श्री कृष्ण जी के दर्शन करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में बाल लड्डू गोपाल प्रतियोगिता करवाई जाएंगी। इसमें श्रद्धालु अपने घरों से बाल लड्डू गोपाल को सुंदर सलोने रूप से सजाकर मंदिर में विराजमान करवाएं। इनमें सबसे सुंदर सलोने तीन लड्डू गोपाल लाने वाले श्रद्धालुओं को पुरस्कृत किया जाएगा।