रामपुर । मत्स्य उत्पादन एवं वितरण में जनपद रामपुर को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार मादड़ और मुख्य विकास अधिकारी सुश्री गजल भारद्वाज में नेतृत्व में जनपद में मत्स्य विभाग और मत्स्य पालन की गतिविधियों से जुड़े लोगों द्वारा मत्स्य पालन हेतु उन्नतशील प्रयासों के कारण प्रदेश में जनपद को नई पहचान मिल रही है। सहायक निदेशक मत्स्य सुश्री अनीता टम्टा ने बताया कि वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं में 20 मत्स्य पालकों को लाभान्वित कराते हुए बैंक खातों में धनराशि 38.14 लाख रुपए का भुगतान डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित हुआ है। वर्ष 2017-18, 2018–19, 2019-20, 2020-21 एवं 2021-22 में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं में 36 मत्स्य पालकों को लाभान्वित कराते हुए बैंक खातों में धनराशि 31.63 लाख रुपए का भुगतान डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित हुआ है। मत्स्य पालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत जनपद के लघु एवं सीमान्त मत्स्य पालकों को कुल धनराशि 32.00 लाख रुपए का मत्स्य पालन ऋण बैंकों से मत्स्य पालकों को उपलब्ध कराया गया है, जिसमें जनपद के मत्स्य गतिविधियों में लगे 7765 व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाना है, जिसके लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना में मत्स्य पालन क्षेत्र में नवीन तकनीक का प्रयोग कर जनपद में एक वृहद रीसर्कुलेटरी सिस्टम का निर्माण, 02 मत्स्य बीज हैचरियों को निर्माण, 05 रियरिंग यूनिट निर्माण तथा 10 निजी क्षेत्र के तालाबों का निर्माण कराया गया है। जनपदवासियों को ताजी एवं स्वस्थ मछलियों की आपूर्ति हेतु 10 साईकिल विद आइसबॉक्स एवं 03 मोटर साईकिल विद आईसबॉक्स का वितरण मत्स्य विभाग, रामपुर द्वारा किया गया है। वर्तमान में मत्स्य बीज आपूर्ति हेतु जनपद में 47 मत्स्य बीज हैचरियां स्थापित हैं।
मत्स्य पालन गतिविधियों से जुड़े लोगों के लिये मछुआ दुर्घटना बीमा योजना मत्स्य विभाग द्वारा संचालित है जिसके अन्तर्गत 5.00 लाख रुपए तक का बीमा कवर प्रदान किया जाता है जिसमें जनपद के 1140 मत्स्य पालकों को आच्छादित होंगे।आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े मत्स्य पालकों के उत्थान हेतु लिवलीहुड परियोजनान्तर्गत 03 हजार रुपए तक की सहायता राशि मत्स्य विभाग द्वारा उपलब्ध करायी जाती है जिसमें जनपद में 55 मत्स्य आखेट/मछुआरों को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य है। छोटी एवं बड़ी मत्स्य बीज हैचरियों को एक मंच उपलब्ध कराने हेतु जनपद के ग्राम धनौरा तहसील मिलक में एक मत्स्य पालक उत्पादक समूह का गठन भी”रामपुर फिश प्रोड्यूसर कम्पनी लि0″ नाम से किया गया है।