सीएचसी में एनक्यूएएस टीम का दो दिवसीय निरीक्षण शुरू
बिलासपुर। केंद्र सरकार द्वारा गठित नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड(एनक्यूएएस) की कायाकल्प टीम सीएचसी रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी बिलासपुर में पहुंच गई है। टीम का बुके देकर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
यहां टीम दो दिन तक सरकारी अस्पताल का फीडबैक लेगी। अस्पताल रोड सीएचसी को चकाचक करने का काम पिछले कई दिन से चल रहा है। सीएचसी बिलासपुर के अधीक्षक ने बताया कि टीम के सर्वे में यदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पास होता है तो उसे 10 लाख रुपए की धनराशि मिलेगी। जिससे अस्पताल में मरीजों के लिए अतरिक्त सुविधा दी जा सकेगी।
अस्पताल का फंड बढ़ने के साथ अस्पताल में संसाधन भी बढ़ेंगे। टीम में डा वी. के. जैन, राजस्थान से और डा जॉसले जॉन केरल से हैं
आज टीम के साथ वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा वी. के. शर्मा साथ में रहे ।
टीम ने आज पहले दिन परखी एनक्यूएएस अवार्ड की तैयारी, प्राप्त करने होंगे 70 फीसद अंक
नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) अवार्ड के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेने को दो दिवसीय दौरे पर पहुंची चिकित्सकों की टीम ने सोमवार को सीएचसी अस्पताल का निरीक्षण किया।
केंद्र सरकार ने अस्पतालों में मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाने और उनकी गुणवत्ता में सुधार लाने को एनक्यूएएस का गठन किया है। इसमें विभिन्न बिंदुओं पर अस्पताल का मूल्यांकन किया जाता है। इसके लिए अस्पताल को निरीक्षण में 70 फीसद से अधिक अंक प्राप्त करने होंगे। निरीक्षण के लिए हालांकि अस्पताल प्रशासन पहले से ही तैयार था। अस्पताल में सुविधाओं को एनक्यूएएस मानकों के अनुरूप बनाने को कवायद जोरों पर है। विगत वर्ष अस्पताल को कायाकल्प अवार्ड मिल भी चुका है। जिला क्वालिटी कंसल्टेंट हमारे संवाददाता को बताया कि अगर अस्पताल को यह सर्टिफिकेट मिलता है तो सरकार की ओर 10 हजार रुपये प्रति बेड के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस राशि को अस्पताल की सुविधाओं में खर्च किया जाएगा। क्वालिटी स्टैंडर्ड जांचने के लिए राज्य स्तरीय स्वास्थ्य टीम में शामिल डा वी.के. जैन, राजस्थान से और डा जॉसले जॉन केरल ने सोमवार को अस्पताल का दौरा कर सुविधाओं का जायजा लिया। चिकित्सकों की टीम ने सोमवार को लगभग चार घंटे तक लेबर रूम का बारीकी से निरीक्षण किया। इसके बाद एसएनसीयू (सिक न्यूबॉर्न चाइल्ड केयर यूनिट) वार्ड का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान सीएमएस डा. अंसारी एवम् वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ वी. के. शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी एवम परामर्शदाता डॉ मणिक अग्रवाल मौजूद रहे।
इन बिन्दुओं पर होना है आकलन
– प्रति बेड डॉक्टर और नर्स की संख्या।
– ओटी में एयर फिल्टर, तापमान, इंफेक्शन कंट्रोल के उपाय।
– क्लीनिकल सेवाएं।
– इंफ्रास्ट्रक्चर।
– पेसेंट वेटिंग एरिया।
– अस्पताल में वेंटीलेशन।
– सफाई व्यवस्था।
– सीसी कैमरे।
-सफ़ाई व्यवस्था
-बायो वेस्टेज